300 साल पुराना है जयपुर का यह सूर्य मंदिर, जानें इसका इतिहास

Last Updated:May 05, 2025, 21:24 IST
surya mandir history in hindi: जयपुर में अरावली पर्वत श्रृंखला की पहाड़ी पर बना यह एकमात्र मंदिर है जो सूर्य का मंदिर है. मंदिर के बारे में यहां के महंत बताते हैं कि पहाड़ी पर बने इस सूर्य मंदिर का निर्माण……..और पढ़ेंX
जयपुर में स्थित सूर्य मंदिर में विराजमान सूर्य भगवान।
जयपुर: राजस्थान में भीषण गर्मियों का दौरा चल रहा है. जयपुर सहित अन्य शहरों में तापमान अभी 40° से उपर ही रहता है. ऐसे में भीषण गर्मी से राहत के लिए लोग मंदिरों में पूजा-पाठ और हवन भी कर रहें हैं. इन मंदिरों में सबसे खास जयपुर में स्थित 300 साल पुराना सूर्य मंदिर है जहां लोग दूर-दूर से पूजा करने पहुंचते हैं. आज हम आपको इस मंदिर के बारे में, यह कहां स्थित है और इसका इतिहास क्या है सभी जानकारी देने जा रहे हैं.
सूर्य मंदिर जयपुर के गलता गेट पर अरावली पर्वतमाला की पहाड़ी पर 500 फिट की उंचाई पर स्थित है. इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर आध्यात्मिक और दर्शनीय सूर्योदय और सूर्यास्त का बिंदु है. जयपुर में सूर्य की पहली किरण इस मंदिर पर ही पड़ती है और शाम की आखिर 90° अंश की किरण भी इसी मंदिर पर पड़ती है. यही वजह है कि इस मंदिर में सूर्य और गर्मी का अनोखा महत्व है. इस मंदिर में सूर्य भगवान के साथ उनकी पत्नी रेणुका जी का विग्रह स्थापित है और दूसरे विग्रह में सूर्य देव झूले पर विराजमान हैं जहां लोग भीषण गर्मीयों में भी 500 फिट की पहाड़ी चढ़कर पूजा करने पहुंचते हैं. इस मंदिर की वास्तुकला भी अनोखी है. मंदिर बिल्कुल छोटे रूप में पहाड़ी के किनारे पर वास्तुकला के हिसाब से बना हुआ है.
जयपुर के अनोखे सूर्य मंदिर का इतिहासजयपुर में अरावली पर्वत श्रृंखला की पहाड़ी पर बना यह एकमात्र मंदिर है जो सूर्य का मंदिर है. मंदिर के बारे में यहां के महंत बताते हैं कि पहाड़ी पर बने इस सूर्य मंदिर का निर्माण 1700 ई.पू. में महाराज सवाई जय सिंह के दूत श्री राव कृपा रामजी ने यहां मंदिर बनवाया था. महाराज सवाई जय सिंह रघुकुल वंश के सूर्यवंशी थे और भगवान सूर्य की पूजा करते थे, इसलिए इस मंदिर का निर्माण उन्होंने विशेष रूप से अपनी देख रेख में करवाया और लंबे समय तक यहां पूजा करने आते थे.
फिलहाल यह मंदिर जयपुर का सबसे प्राचीन मंदिर होने के कारण पुरातत्व विभाग के अंडर में हैं. मंदिर को लेकर सभी दिशा-निर्देश और जीर्णोद्धार के काम विभाग की तरफ से ही किए जाते हैं. इस मंदिर की सबसे खास मान्यता है कि सभी ग्रहों के ऊपर सूर्य देवता का प्रभाव होता है, इसलिए यहां लोग विशेष रूप से सूर्य भगवान की पूजा करवाने के लिए आते हैं.
शहर में गर्मी कम हो इसलिए यहां लोग करते हैं यज्ञआपको बता दें कि भगवान सूर्य देव का यह मंदिर अनोखा हैं जिसे वास्तुदोष के हिसाब से बनवाया गया था. हर साल गर्मियों के सीजन में जयपुर में यहां लोग विशेष रूप से पूजा करने आते हैं ताकि लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिले. आपको बता दें इस मंदिर में लोग सुबह-शाम यहां सनसेट का अद्भुत नजारा देखने भी पहुंचते हैं. यह शहर का एकमात्र ऐसा मंदिर हैं जहां से शहर के पहाड़ियों पर बने मंदिरों को एक ही जगह से देख सकते हैं. आज भी लोग दुनियाभर से यहां इस मंदिर में सूर्य के वास्तुदोष की पूजा करवाने के लिए आते हैं.
Location :
Jaipur,Rajasthan
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300 साल पुराना है जयपुर का यह सूर्य मंदिर, जानें इसका इतिहास