Rajasthan

This time the worship of the mother will be done for 10 days, shopping and worship-rituals will benefit you during these days, know the Ghata Sthapana Muhurta

जयपुर:- शारदीय नवरात्र तीन अक्टूबर से शुरू होंगे. इस बार मां दुर्गा पालकी में विराजमान होकर आ रही हैं. वहीं इस बार 9 के बजाए 10 दिन तक माता की आराधना होगी, क्योंकि नवरात्र की एक तिथि की वृद्धि हो गई है. खास बात यह है कि इस बार नवमी की पूजा और विजयादशमी का पर्व भी एक ही दिन मनाया जाएगा. धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने लोकल 18 को बताया कि इस बार नवरात्र 9 दिन के बजाए 10 दिन के रहेंगे, क्योंकि एक नवरात्र की वृद्धि हो रही है. इस बार तृतीया तिथि की वृद्धि हुई है. 5 अक्टूबर व 6 अक्टूबर को तृतीया तिथि रहेगी. इस कारण नवरात्र का समापन 12 अक्टूबर को होगा. इसी दिन दशहरा भी मनाया जाएगा.

इस तिथि में हो रही वृद्धितृतीया तिथि 5 अक्टूबर को सुबह 5:31 बजे से शुरू होकर अगले दिन 6 अक्टूबर को सुबह 7:50 बजे तक रहेगी. ये तिथि दो दिनों के सूर्योदय को स्पर्श करेगी. इसलिए दोनों ही दिन तृतीया तिथि का पूजन होगा. नवरात्र में 5 से 8 अक्टूबर तक सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग का संयोग रहेगा. इसके बाद 11-12 अक्टूबर को भी यह योग रहेंगे, जो खरीदारी और पूजा-अनुष्ठान के लिए शुभ फलदायी होंगे.

ये भी पढ़ें:- Jaipur Weather: मानसून की विदाई से पहले भीगेगा राजस्थान, इस जिलों में मेघगर्जन के साथ बूंदाबांदी, आज ऐसा रहेगा मौसम

इस सवारी पर होगा मां का आगमननवरात्र में मां आदि शक्ति का भू-लोक पर आगमन होता है. इस बार उनका आगमन पालकी पर होगा. यह गुरुवार का दिन होगा. पुराणों में वर्णन है कि प्रतिपदा पर रविवार या सोमवार हो, तो माता की सवारी हाथी, मंगलवार या शनिवार हो तो अश्व, गुरुवार या शुक्रवार हो तो डोली या पालकी और बुधवार हो तो वाहन नाव होता है. सुबह नवमी पूजन, शाम को शस्त्र पूजा होगी. धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने Local 18 को आगे बताया कि नवरात्र पर 3 अक्टूबर को घट स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:14 से लेकर 7:21 बजे तक रहेगा. यानी 1 घंटे 6 मिनट तक घट स्थापना का शुभ मुहूर्त है. इसी तरह अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:45 से लेकर दोपहर 12:33 बजे तक रहेगा.

Tags: Jaipur news, Local18, Navratri festival, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : September 27, 2024, 10:26 IST

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj