बाड़मेर की यह महिला मरकर भी रहेगी ‘जिंदा’, चार लोगों को देंगी एक नई जिंदगी, परिवार वालों की लोग कर रहे तारीफ

Last Updated:March 12, 2025, 16:31 IST
Barmer Organ Donation:जोधपुर एम्स में एक ब्रेन डेड मरीज का अंगदान किया गया है. इस महिला के अंगदान से चार लोगों की जिंदगी में सवेरा होने वाला है. मृत महिला शांति देवी बाड़मेर जिला के चौहटन की रहने वाली थी. परिवार…और पढ़ेंX
अंगदान कर पार्थिव देह पहुँची बाड़मेर
हाइलाइट्स
शांति देवी के अंगदान से चार लोगों को नई जिंदगी मिलेगी.बाड़मेर में शांति देवी का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया.अंगदान के फैसले की हर कोई तारीफ कर रहा है.
बाड़मेर. पश्चिम राजस्थान के सरहदी बाड़मेर जिला से एक महिला मरकर भी अमर हो गई है. इस महिला की अंगदान से किसी की जिंदगी संवरने वाली है. जी हां, आपने सही सुना. बाड़मेर के के चौहटन निवासी 58 वर्षीय शांति देवी के ब्रेन डेड होने के बाद परिवारजनों की सहमति से अंगदान किया गया है. इससे 4 अन्य को जीवनदान मिल सकेगा. दो किडनी, एक हार्ट और एक लीवर अब अन्य मरीजों को लगाया जा सकेगा. शांति देवी के परिजनों के इस निर्णय की हर कोई तारीफ कर रहा है.
चौहटन में ही किया जाएगा अंतिम संस्कार
जोधपुर एम्स में एक ब्रेन डेड/मृत मरीज के अंग दान किए गए है. बाड़मेर जिले के चौहटन निवासी महिला के परिवार ने जरूरतमंदों को जीवन का उपहार देने के लिए उसके अंगदान करने का फैसला लिया है. अंगदान के बाद जब शांति देवी का देह बाड़मेर पहुंचा तो जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया है. मूलतः चौहटन निवासी शांति देवी पत्नी भैराराम सोनी का चौहटन में अंतिम संस्कार किया जाएगा. इससे पहले बाड़मेर पहुंचने पर शांति देवी अमर रहे के नारे लगाए गए.
ब्रेन डेड होने के बाद अंगादन का लिया फैसला
शांति देवी के दामाद ने बताया कि हमें उम्मीद थी कि शायद शांति देवी का ब्रेन से फिर से काम करने लगे, लेकिन जब मेडिकल बोर्ड ने ब्रेन डेड होने की पुष्टि की तो परिवारजनों ने निर्णय लिया कि अगर किसी और की जान बचती है तो उनके अंग दान कर दिए जाएंगे. इसी से प्रेरणा लेकर दो किडनी,एक हार्ट और एक लीवर को जोधपुर एम्स अस्पताल को डोनेट किया है. वहीं सोनी समाज के घेवरचंद सोनी के मुताबिक शांति देवी पत्नी भैराराम सोनी का पिछले एक सप्ताह से जोधपुर एम्स अस्पताल में इलाज चल रहा था. लेकिन, ब्रेन डेड की जानकारी देने के बाद समाज के लोगों और परिवारजनों ने अंगदान करने का ऐतिहासिक फैसला लिया, जो काबिल-ए-तारीफ है. इससे समाज मे एक नई जाग्रति आएगी.
Location :
Barmer,Rajasthan
First Published :
March 12, 2025, 16:31 IST
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मरकर भी जिंदा रहेगी बाड़मेर की यह महिला, चार लोगों को देंगी एक नई जिंदगी