SSC घोटाला मामले में CBI की बड़ी कार्रवाई, दिल्ली-कोलकाता में ताबड़तोड़ छापेमारी

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की गुरुवार को बड़ी कार्रवाई सामने आई है। CBI ने दिल्ली और कोलकाता में 10 जगहों पर छापेमारी की है। ये छापेमारी SSC घोटाले मामले में की गई है। जानकारी के मुताबिक ये छापेमारी सॉफ्टवेयर फर्म के दफ्तरों पर हो रही है। CBI के एक अधिकारी के अनुसार, इन पर आरोप है कि शिक्षकों की नियुक्ति में उम्मीदवारों के लिए रिकॉर्ड में हेराफेरी की गई, इससे कंपनी की भूमिका CBI के सवालों के घेरे में आ गई है। इस मामले में 18 मई को केस दर्ज किया गया था। जिसके बाद मामले में छापेमारी अब शुरू की गई है।
अवैध नियुक्ति के मामले में दर्ज की गई है FIR
दरअसल, 18 मई को CBI ने केस रजिस्टर किया था और आरोप लगा है कि रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ की गई है। इस मामले में पश्चिम बंगाल के तत्कालीन शिक्षा राज्य मंत्री परेश चंद्र अधिकारी और उनकी बेटी अंकिता अधिकारी के खिलाफ कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर FIR दर्ज की थी। अदालत ने राज्य सरकार द्वारा सहायता प्राप्त एक स्कूल में मंत्री की बेटी की शिक्षिका के रूप में अवैध नियुक्ति के मामले में FIR दर्ज करने का निर्देश दिया था।
मामले को लेकर पार्थ चटर्जी को किया गया है गिरफ्तार
इस मामले में बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। 23 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट्स पर छापेमारी की गई थी, जिस दौरान उनके आवास से करोड़ों रुपए नकद बरामद किए गए थे। जांच एजेंसियों ने अर्पिता के घर से मिले नकद को लेकर दावा किया है कि यह पैसे शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति से प्राप्त किए गए हैं। इस नियुक्ति के दौरान यानी 2016 में पार्थ चटर्जी शिक्षा मंत्री थे।
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