करौली की वो सड़कें जो वक्त को दे रही हैं मात! आजादी से पहले बनी पत्थर की राहें आज भी अडिग और बेदाग

Last Updated:October 24, 2025, 19:54 IST
Karauli News Hindi : करौली की सड़कों ने वक्त को मात दे दी है. आजादी से पहले पत्थरों से बनी ये सड़कें न मशीनों से बनीं, न सीमेंट से, लेकिन मजबूती ऐसी कि आज भी बिना दरार के कायम हैं. बारिश और वक्त की मार झेलने के बावजूद ये सड़कें राजशाही दौर की इंजीनियरिंग का जीवंत उदाहरण बन चुकी हैं.
आज के दौर में सड़कों की हालत बारिश के साथ ही बिगड़ने लगती है. कुछ महीने पहले बनी सड़कें पहली या दूसरी बारिश में ही उखड़ जाती हैं. लेकिन करौली में आज भी ऐसी पत्थर की सड़क है, जो आजादी से पहले की बनी हुई है और आज भी बिना दरार के मजबूती से टिकी हुई है.

ये सड़कें राजाशाही समय में बनाई गई थीं. उस दौर में महलों, किलों और मुख्य रास्तों को जोड़ने के लिए बड़े-बड़े पत्थरों को तराशकर इन सड़कों का निर्माण किया गया था.

गिट्टी और मजबूत जोड़ की मदद से बनाई गई ये सड़कें आज भी करौली में मजबूती की मिसाल हैं.

करौली की पत्थर सड़कों को देखकर आज भी लोगों को हैरानी होती है जब न मशीनें थीं, न आधुनिक तकनीक फिर भी इतनी मजबूत सड़कें बनीं कि सदियों बाद भी इनमें न गड्ढे हैं, न दरारें.

आज के आधुनिक दौर में करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी सड़कें सालभर भी नहीं टिक पातीं. वहां यह राजशाही जमाने की सड़के सैकड़ो साल पुरानी होने के बावजूद भी टिकी हुई है.

स्थानीय निवासी गोपाल लाल माली बताते हैं कि करौली की ये पत्थर की सड़कें आज के इंजीनियरों और ठेकेदारों के लिए सीख हैं. कितनी भी तेज बारिश क्यों न हो, इन सड़कों पर एक दरार तक नहीं आती.

ये सड़कें वाकई राजशाही दौर की मजबूत सोच और कारीगरी का बेहतरीन उदाहरण हैं.

करौली की ये सड़कें आज भी सिर्फ आवाजाही का साधन नहीं, बल्कि उस समय की निर्माण कला और इंजीनियरिंग की पहचान बन चुकी हैं.
First Published :
October 24, 2025, 19:54 IST
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करौली की पुराने जमाने की पत्थर सड़कें आज भी मजबूत और टिकाऊ!



