विदेश में पढ़ाई का सपना होगा साकार, स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप से हजारों स्टूडेंट्स को मिला मौका

Last Updated:March 21, 2025, 14:19 IST
स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना से राजस्थान के 957 छात्रों को उच्च शिक्षा में मदद मिली है. 2024-25 में 365 छात्रों को 106.44 करोड़ रुपए की सहायता दी गई है.
विवेकानंद स्कॉलरशिप योजना में अब तक कुल 957 स्टूडेंट्स को लाभ मिला हैं.
हाइलाइट्स
स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप से 957 छात्रों को लाभ मिला.2024-25 में 365 छात्रों को 106.44 करोड़ रुपए की सहायता मिली.योजना के तहत 50 लाख तक की स्कॉलरशिप और 1 लाख प्रति माह मिलते हैं.
अंकित राजपूत/जयपुर. राजस्थान में स्टूडेंट्स की शिक्षा के लिए कई योजनाएं संचालित हैं, लेकिन स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना सबसे ज्यादा मददगार साबित हो रही है. आंकड़ों के मुताबिक, इस योजना के तहत चार साल में 957 विद्यार्थियों को लाभ मिला है. स्टूडेंट्स 57 देशों के प्रतिष्ठित संस्थानों में मेडिकल, नर्सिंग, फिजियोथैरेपी, हेल्थ पॉलिसी, रोबोटिक्स, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, इंजीनियरिंग, कानून, कंप्यूटर साइंस, मैनेजमेंट, पर्यावरण और डेटा साइंस जैसी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं.
आपको बता दें यह योजना राजस्थान के मेधावी और आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए सबसे ज्यादा मददगार साबित हो रही है. सत्र 2024-25 में स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना के तहत 365 अभ्यर्थियों को लाभ मिला है. इनमें लगभग 150 महिलाएं शामिल हैं, जो विदेशों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं. इस साल इस योजना के तहत 106.44 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है.
क्या हैं स्वामी विवेकानंद एक्सीलेंस योजनाराजस्थान में इस योजना की शुरुआत अगस्त 2021 में “राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस” के नाम से हुई थी, जिसे मार्च 2024 में “स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस” नाम दिया गया. इस योजना के तहत परिवार की सकल आय श्रेणी के अनुसार छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है. इसमें क्यूएस विश्व रैंकिंग के अनुसार वैश्विक स्तर पर शीर्ष 150 विश्वविद्यालय और देश के 50 संस्थान शामिल हैं. इस योजना के तहत छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को इंपीरियल कॉलेज लंदन, कैलिफोर्निया, मैनचेस्टर, ब्रिटिश कोलंबिया, जॉन होपकिन्स, न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के अलावा, रूड़की, मुंबई, राउरकेला और गांधीनगर जैसे प्रतिष्ठित भारतीय संस्थानों में यूजी और पीजी की पढ़ाई करने का अवसर मिलता है.
अब तक 957 स्टूडेंट्स को मिला हैं योजना का लाभ आंकड़ों के अनुसार, स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना के तहत वित्तीय साल 2021-22 में 73 छात्रों को 5.3 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति दी गई थी. साल 2022-23 में 172 छात्रों को 63.19 करोड़ रुपए, साल 2023-24 में 347 छात्रों को 10.77 करोड़ रुपए और वित्तीय साल 2024-25 में 365 छात्रों को 106.44 करोड़ रुपए की सहायता प्रदान की गई. अब तक कुल 957 छात्रों को इस योजना का लाभ मिला है, जिससे वे देश और विदेश के शीर्ष संस्थानों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं.
इन बच्चों को मिलेगा योजना का लाभ इस योजना के तहत उन्हीं छात्रों को अवसर मिलता है जिनके परिवार की वार्षिक आय 8 लाख रुपए से कम है. ऐसे छात्रों को 50 लाख रुपए तक की स्कॉलरशिप और विदेश में रहने के लिए 1 लाख रुपए प्रति माह दिया जाता है. जिन छात्रों की पारिवारिक आय 8 से 25 लाख रुपए के बीच है, उन्हें 42 लाख रुपए तक की स्कॉलरशिप और 50 हजार रुपए प्रति माह दिए जाते हैं. वहीं, 25 लाख रुपए से अधिक वार्षिक आय वाले छात्रों को 34 लाख रुपए की स्कॉलरशिप तो मिलती है, लेकिन विदेश में रहने का खर्च नहीं दिया जाता. इस योजना के लिए हर साल छात्रों से आवेदन मांगे जाते हैं और चयनित छात्रों को इसका लाभ मिलता है.
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
March 21, 2025, 14:19 IST
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