क्या होती है किडनी, जीवन के लिए क्यों है इतनी जरूरी, गुर्दे से जुड़ी हर बात आसान भाषा में समझिए

What is Kidneys: अक्सर आपने सुना होगा कि किसी की किडनी फेल हो गई, किसी की किडनी में डायलीसिस हो रही है तो किसी की किडनी खराब है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि किडनी होती क्या है. किडनी बींस के आकार को दो अंग है जो शरीर की पसली की गुफा में लटकती रहती है. यह आपके दोनों स्पाइन की ओर लगे रहते हैं. किडनी का मुख्य काम प्रति मिनट एक कप खून में से अच्छी चीजों को छानकर रख लेना और गंदी चीजों को पेशाब के रास्ते बाहर कर देना है. यह यूरिन ब्लैडर से होते हुए दो पतली ट्यूब के माध्यम से शरीर से बाहर चला जाता है.
किडनी क्यों है महत्वपूर्ण
अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ डायबेट्स एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज के मुताबिक आपकी किडनी मुख्य रूप से गंदगी यानी अपशिष्ट पदार्थ और अतिरिक्त तरल पदार्थ को शरीर से बाहर निकालती है. इसके साथ ही किडनी शरीर में पानी, नमक, सोडियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस और पोटैशियम को भी संतुलित रखता है. यानी ये चीज कम-ज्यादा होने पर इनका संतुलन करता है. अगर इसका संतुलिन नहीं हो तो हमारा नर्व यानी तंत्रिका तंत्र काम ही नहीं करेगा. इतना ही इन चीजों के संतुलन के अभाव में हमारे मसल्स और अन्य टिशू भी काम नहीं करेंगे तब हमारा हाथ तक नहीं उठ पाएगा. इसके साथ ही किडनी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है और रेड ब्लड सेल्स को बनाने में भी मदद करती है. आपकी हड्डियों में मजबूती लाने के लिए भी किडनी जिम्मेदार है. इस तरह समझा जा सकता है कि किडनी हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है.

kidneys
कैसे काम करती है किडनी
किडनी ऐसी छन्नी है जो दुनिया में कहीं बाहर नहीं मिल सकती है. इसमें करोड़ों फिल्टरिंग यूनिट या छन्नी लगी रहती है जिसे नेफ्रोंस कहते हैं. इन्हीं नेफ्रोंस में फिल्टर लगा रहता है जिसे ग्लोमेरुलस और ट्यूब्यूल कहते हैं. ग्लोमेरुलस खून को फिल्टर करता है और ट्यूब्यूल जरूरी चीजों को खून में वापस कर देता है और अपशिष्ट पदार्थ को शरीर से बाहर कर देता है. किडनी में जितने भी नेफ्रोंस होते हैं खून हर नेफ्रोंस से होकर गुजरता है. ग्लोमेरुलस से होकर मॉल्यूक्यूल, वेस्ट मैटेरियल और फ्लूड जिसमें पानी ज्यादा रहता है ट्यूब्यूल्स के माध्यस से पास करता है. बड़ा मॉल्यूक्यूल जैसे कि प्रोटीन, ब्लड सेल्स आदि ब्लड वैसल्स में रूक जाता है.
पेशाब कैसे बनता
दिन में कई बार खून किडनी से होकर गुजरता है. एक दिन में किडनी करीब 150 क्वार्ट्स यानी 946 मिलीमीटर (एक लीटर से थोड़ा कम) खून को छानती है. शरीर में पानी और अन्य पदार्थ का अधिकांश भाग ग्लोमेरुली में ही फिल्टर होता है और ट्यूब्यूल्स के माध्यम से खून में वापस आता है. इन तरल पदार्थों में से 1 से 2 क्वार्ट्स ही पेशाब बन पाता है. बच्चों में कम यूरिन बनता है. यूरिन की मात्रा उम्र से तय होती है.
किडनी में होने वाली बीमारियां
क्रोनिक किडनी डिजीज
किडनी फेल्योर
किडनी स्टोन
ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस
पोलिसिस्टिक किडनी डिजीज
यूरेनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
कैलिएक्टेसिस
एसिडोसिस
यूरेमिया
हाइड्रोनेफ्रोसिस
पोलीनेफ्राइटिस
किडनी सिस्ट
नेफ्रोटिक सिंड्रोम
एजोटेमिया
किडनी खराब होने के संकेत
सोने में दिक्कत
थकान
ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत
ड्राई, स्किन में खुजली
पेशाब कम या ज्यादा होना
खून में पेशाब
आंखों के नीचे पफीनेस
पैर और टखने में स्वेलिंग
भूख की कमी
मसल्स में क्रैंप
किडनी को हेल्दी रखने के टिप्स
किडनी को हेल्दी रखने के लिए सबसे पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं. नियमित एक्सरसाइज करें, ज्यादा नमक का सेवन न करें, प्रोसेस्ड फूड का सेवन न करें, हरी पत्तीदार सब्जियों का सेवन करें, सीड्स और बादाम खाएं. बिना डॉक्टरों की सलाह दवा न लें.
इसे भी पढ़ें-सर्दी-जुकाम में दही खाना क्या सच में बढ़ा देता है बीमारी, बात में कितना है दम, डॉक्टर से जान लीजिए हकीकत
इसे भी पढ़ें-वैक्सीन के अलावा सर्वाइकल कैंसर का और क्या है इलाज, डॉक्टर से जानें हर जानकारी, रहेंगे बीमारी से महफूज
.
Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : March 16, 2024, 07:40 IST