दो दिन से धधक रहा टिब्बी, कौन है मास्टरमाइंड? सरकार का आरोप, कहा- कांग्रेस का प्रायोजित हमला

हनुमानगढ़. टिब्बी के राठीखेड़ा में एथनोल फैक्ट्री को लेकर पिछले दो दिनों से जारी तनाव राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप, किसानों के विरोध और प्रशासनिक कार्रवाई के बीच और गहरा गया है. फैक्ट्री में आगजनी, तोड़फोड़ और वाहनों को जलाने की बड़ी घटना के बाद हालात तनावपूर्ण बीते. इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात है और टिब्बी में दूसरे दिन भी इंटरनेट सेवाएं बंद रही. लेकिन विवाद को लेकर राज्य की राजनीति और भी गरमा गई है.
शुरुआत उस समय हुई जब एथनोल प्लांट के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों ने बुधवार को फैक्ट्री पर धावा बोल दिया. प्रदर्शनकारियों ने दीवारें तोड़ीं, 18 गाड़ियों को आग के हवाले किया और जेसीबी व अन्य वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की. रात में पुलिस ने सात किसानों को हिरासत में लेकर हालात को नियंत्रण में किया. लेकिन गुरुवार को कांग्रेस विधायक रुपिंदर सिंह कुन्नर की अगुवाई में श्रीगंगानगर से किसानों का एक समूह फिर टिब्बी की ओर कूच करने लगा. रास्ते में पुलिस से झड़प हुई, बैरिकेडिंग तोड़ी गई, और आगे बढ़ने की कोशिश में कुन्नर समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
सरकार का आरोप: हमला कांग्रेस का प्रायोजित आंदोलनउद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने इस पूरे घटनाक्रम को ‘कांग्रेस का प्रायोजित हमला’ बताया. राठौड़ के मुताबिक 2023 में अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने ही इस एथनोल प्लांट को अनुमति दी थी और अब वही कांग्रेस किसान आंदोलन को भड़का रही है. उन्होंने कांग्रेस पर दोगली नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता किसानों के साथ मिलकर फैक्ट्री पर हमला कर रहे हैं. राठौड़ का दावा है कि इस प्लांट से जल या वायु प्रदूषण की कोई संभावना नहीं है, क्योंकि यह अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित होगा. राठौड़ ने यह भी आरोप लगाया कि संयुक्त किसान मोर्चा एथनोल प्लांट को बहाना बनाकर किसान आंदोलन को दोबारा भड़काने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि यह एशिया का सबसे बड़ा एथनोल प्लांट होगा और इसके निर्माण से किसानों को बड़े आर्थिक लाभ होने वाले हैं.
किरोड़ी लाल मीणा ने किसानों को बातचीत का न्योता दियाकृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने आंदोलनरत किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि यदि किसानों की कोई आपत्ति है तो वे उनसे मिलें. मीणा ने कहा कि वे स्वयं उनकी वार्ता मुख्यमंत्री से करवाएंगे और सरकार उनकी आशंकाओं का समाधान करेगी. उन्होंने अपील की कि यदि बातचीत के बाद भी संतोष न मिले, तभी आंदोलन किया जाए.
कांग्रेस का पलटवार: बीजेपी किसानों से नफरत करती हैइस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार पर किसानों से नफरत का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज कर किसानों को दबाने की कोशिश की जा रही है. कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने संगरिया से कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया के घायल होने पर चिंता जताई और कहा कि कांग्रेस किसानों की लड़ाई में उनके साथ है. प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया.
15 महीने से चल रहा विरोध, किसानों का बड़ा सवाल- क्या भूजल दूषित होगा?
एडिशनल डीजीपी वी.के. सिंह की अगुवाई में गुरुवार को किसान संघर्ष समिति से बातचीत की कोशिश की गई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. किसानों का कहना है कि वे पिछले 15 महीनों से इस एथनोल प्लांट का विरोध कर रहे हैं. उनका आरोप है कि फैक्ट्री में चावल और पानी का बड़े पैमाने पर उपयोग होगा और अपशिष्ट पानी को जमीन में डाला जाएगा, जिससे भूजल प्रदूषित होगा. वे पंजाब के जीरा एथनोल प्लांट का उदाहरण देते हैं, जिसे प्रदूषण के आरोपों के चलते बंद करना पड़ा था.
वहीं सरकार और कंपनी का दावा है कि प्लांट ZLD (जीरो लिक्विड डिस्चार्ज) तकनीक पर आधारित होगा और अपशिष्ट पानी को जमीन में नहीं डाला जाएगा. यह प्लांट 450 करोड़ की लागत से बन रहा है और इसका एमओयू 2022 में कांग्रेस सरकार में हुआ था तथा 2023 में जमीन का आवंटन और अनुमति मिली.



