Today weather changed in Rajasthan, slight chill in the atmosphere | राजस्थान में बदला मौसम का मिजाज, फिजाओं में घुली हल्की ठंडक
नया पश्चिमी विक्षोक्ष सक्रिय होने से अरब सागर की ओर से आने लगी नम हवाएं
जयपुर
Published: April 12, 2022 11:02:55 am
जयपुर. बीते दिनों सूरज की तपिश व गर्म हवाओं से जयपुर समेत विभिन्न जिलों में हाल बेहाल है। तापमान में बढ़ोतरी के साथ ही आए दिन थार जगहों से लेकर शेखावाटी अंचल में गर्मी का सितम जारी है। इधर मंगलवार सुबह की बात की जाए तो प्रदेश में विभिन्न जिलों में मौसम में बदलाव देखने को मिला। बीते दिन जहां मौसम विभाग ने धूलभरी आंधी चलने के लिए अलर्ट जारी किया, लेकिन आज सुबह जयपुर, उदयपुर, कोटा, टोंक, भीलवाड़ा सहित अन्य जगहों पर हल्की ठंडी हवाओं के साथ ही बादल छाने और हल्की धूप रहने से सुबह के तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट देखने को मिली।

राजस्थान में बदला मौसम का मिजाज
इसलिए बदल रहा अब मौसम
जयपुर मौसम विभाग केन्द्र के अधिकारियों के मुताबिक दरअसल एक पश्चिमी विक्षोभ जमू-कश्मीर की ओर से सक्रिय हो रहा है। इस वजह से एक एंटी साइक्लोन राजस्थान व पकिस्तान के ऊपर बनेगा। जिससे अरब सागर की नम हवाएं आने के साथ ही कहीं-कहीं बादल छाने लगेंगे। तेज हवाओ के साथ आंधी भी आ सकती है। इस वजह से अगले 48 घंटे में तापमान एक से दो डिग्री तक कम होने की उमीद है। आने वाले दिनों में मौसम में उतार चढ़ाव का दौर देखने को मिलेगा। इससे तापमान पर भी असर दिखाई देगा।
अन्नदाताओं के लिए अलर्ट जारी
किसानों को सलाह दी है कि गर्मी की लहर से बचाव के लिए सुबह 11 से शाम 4 बजे के बीच खेतों पर कामकाज न करें। फसलों में हल्की सिंचाई 10-12 दिन के अंतराल पर शाम के समय करें। पशुओं को भी सुबह 11 से शाम 4 बजे तक चरने के लिए बाहर न छोड़ेें।
प्रमुख जगहों का पारा
प्रदेश में बीते दिन सबसे अधिक पारा गंगानगर का 45.5, करौली का 44.4, हनुमानगढ का 44.5, अलवर का 44.1, बारां का 43.8, पिलानी का 44.6, कोटा का 43.7, बाडमेर का 42.1, फलौदी का 43, बीकानेर का 43, चूरू का 44.2, धौलपुर का 44.4 , जयपुर का 41.6 डिग्री सेल्सियस पारा दर्ज किया गया।
बढ़ रहे मौसमी बीमारियों के मरीज
बदलते मौसम के बीच प्रदेश में मौसमी बीमारियों के मरीज बढ़ रहे हैं। लू चलने के साथ ही लगातार उल्टी, दस्त के मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। एसएमएस अस्पताल, जयपुरिया अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में लगातार ओपीडी में मरीजों की कतारें देखने को मिल रही है।
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