Rajasthan

Tonk Thappad Kand: पीड़ितों को मुआवजा देगी राजस्थान सरकार, 28 गांवों के लिए आई खुशखबरी, जानें डिटेल – Tonk SDM thappad Kand Rajathan Government to give compensation good news for 28 village among Samravata Naresh Meena Kirori mal meena check details

दौलत पारीक. टोंक. टोंक जिले के समरावता गांव में उपचुनाव के बाद निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की गिरफ्तारी और इससे पहले हुए उपद्रव मामले में सरकार से समझौता हुआ है. समरावता कांड की जांच राज्य सरकार ने डिवीजनल कमिश्नर से कराने का फैसला लिया है. समरावता में कार और बाइक जलाने के मामले में सरकार पीड़ितों को मुआवजा देगी. समरावता‌ समेत 28 गांव उनियारा उप खंड में शामिल किए जाएंगे. निर्दोषों को छोड़ने का फैसला भी सरकार ने लिया है. कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म से मुलाकात के बाद फैसला लिया गया. समरावता में मतदान के दिन नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मारा था.

दरअसल, किरोड़ीलाल मीणा ने ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमों को लेकर गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म से जयपुर में मुलाकात की. किरोड़ी के साथ ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल भी था. बाद में किरोड़ीलाल ग्रामीणों के साथ सीएम से मिलने पहुंचे. मुलाकात के बाद किरोड़ीलाल मीणा, जवाहर सिंह बेढ़म और कन्हैया लाल ने संयुक्त रूप से बयान जारी किया.

इधर ग्रामीणों ने सरकार के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने मुआवजा बढ़ाने, सभी निर्दोषों को रिहा करने के साथ पुलिस थाने और कोर्ट के चक्कर लगाने की बजाय गांव में कैंप लगाकर सभी मामलों को निपटाने की मांग की. ग्रामीणों ने कहा कि समरावता को उनियारा में जोड़ने की मांग का नरेश मीणा ने समर्थन किया लेकिन धरने के दौरान पुलिस ने निर्दोष लोगों पर लाठियां बरसाईं. घरों और वाहनों में आग लगाई. ऐसे में अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने के साथ ग्रामीणों के नुकसान की भरपाई और दोषी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने की मांग की. ग्रामीणों ने बताया कि आज भी बड़ी संख्या में ग्रामीण गांव में आने से डर रहे हैं. पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों ने धमकाया ऐसे में रबी फसलों में काम करने के लिए लोग अपने खेतों में नहीं जा पा रहे हैं.

नरेश मीणा की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन नरेश मीणा की रिहाई की मांग को लेकर रामगंज मंडी में मीणा समाज ने आक्रोश रैली निकाली. नारेबाजी-प्रदर्शन कर आक्रोश जताया. मीणा समाज के प्रतिनिधि मंडल ने एसडीएम नीता वसीटा को मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा. मीणा समाज ने राजस्थान पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. नरेश मीणा को रिहा नहीं करने और मुकदमे वापस नहीं लेने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी. समाज के प्रतिनिधियों ने बताया 13 नवंबर की रात देवली उनियारा का समरावता गांव में हुए उपद्रव में पुलिस प्रशासन ने बच्चों, महिलाओं-बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार किया. कहा कि पुलिसिया बर्बरता और अनैतिक कार्यों के लिए विरोध प्रकट करते हैं. उन्होंने नरेश मीणा को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की.

FIRST PUBLISHED : November 19, 2024, 20:42 IST

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