Rajasthan

उदयपुर में आदिवासी  महिलाओं को खेती और बांधनी कला का दिया गया प्रशिक्षण, बनेंगी आत्मनिर्भर, बढ़ेगी आय

Last Updated:March 27, 2025, 14:34 IST

महिलाओं की आय बढ़ सके व वह आत्मनिर्भर बन सकें इसके लिए झाड़ोल और फलासिया की स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 150 महिलाओं को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत कृषि आधारित व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वहीं दू…और पढ़ेंX
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आदिवासी महिलाएं 

हाइलाइट्स

150 महिलाओं को कृषि आधारित व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया गयामहिलाओं को बांधनी कला का दो दिवसीय प्रायोगिक प्रशिक्षण मिलास्वरोजगार से महिलाओं की आय बढ़ेगी और वे आत्मनिर्भर बनेंगी

उदयपुर:- आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, झाड़ोल और फलासिया की स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 150 महिलाओं को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत कृषि आधारित व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसी क्रम में गुडली और लोयरा की 75 महिलाओं ने भी इस प्रशिक्षण में भाग लिया. यह कार्यक्रम कृषि विभाग, जयपुर और अखिल भारतीय कृषिरत महिला अनुसंधान परियोजना, व महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में संचालित किया गया. इस योजना के तहत स्वरोजगार के लिए मिलने वाले प्रशिक्षण और संसाधनों से न केवल महिलाओं की आय बढ़ेगी, बल्कि वे आत्मनिर्भर भी बनेंगी

रोजगार से जुड़ेंगी झाड़ोल और फलासिया की महिलाएंइस बारे में परियोजना प्रभारी डॉ. विशाखा बंसल ने बताया कि 2025 से 2027 तक 150 महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों में संगठित कर विभिन्न स्वरोजगार के प्रशिक्षण दिए जाएंगे. अभी तक 10 स्वयं सहायता समूहों का गठन कर उन्हें बैंक से जोड़ा गया है. इन समूहों की महिलाओं को मशरूम की खेती, वर्मी कंपोस्ट, बकरी पालन और मुर्गी पालन के प्रायोगिक प्रशिक्षण दिए गए हैं. योजना के तहत, 2026 में इन महिलाओं को निरंतर फॉलोअप प्रशिक्षण और तकनीकी मार्गदर्शन दिया जाएगा, साथ ही स्वरोजगार प्रारंभ करने के लिए प्रोत्साहन स्वरूप बकरी पालन के लिए सिरोही नस्ल के 3 बकरे, मशरूम उत्पादन की 30 यूनिट, व वर्मी कंपोस्ट की भी 30 यूनिट दी जाएंगी. इस पहल से महिलाएं सीधे स्वरोजगार से जुड़ सकेंगी और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनेंगी.

बांधनी कला में भी मिला प्रशिक्षणआपको बता दें, राजस्थान की पारंपरिक बांधनी कला के प्रति बढ़ते आकर्षण को देखते हुए, इन महिलाओं को दो दिवसीय प्रायोगिक प्रशिक्षण भी दिया गया. यह प्रशिक्षण अनुसंधान निदेशालय में आयोजित हुआ, जिसमें झाड़ोल की महिलाओं ने भाग लिया. यह प्रशिक्षण सीसीआरटी (केंद्रीय सरकार से मान्यता प्राप्त) के ख्याति प्राप्त विशेषज्ञ याकूब मोहम्मद मुल्तानी और अंजुम आरा द्वारा प्रदान किया गया. महिलाओं ने इस कला में गहरी रुचि दिखाई और इसे अपनी आजीविका का हिस्सा बनाने की इच्छा जताई.

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में बड़ा कदमआपको बता दें, यह योजना झाड़ोल और फलासिया की महिलाओं को कृषि और पारंपरिक कला के माध्यम से आर्थिक रूप से मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. स्वरोजगार के लिए मिलने वाले प्रशिक्षण और संसाधनों से न केवल महिलाओं की आय बढ़ेगी, बल्कि वे आत्मनिर्भर भी बनेंगी.

Location :

Udaipur,Rajasthan

First Published :

March 27, 2025, 14:34 IST

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उदयपुर में आदिवासी  महिलाओं को खेती और बांधनी कला का दिया गया प्रशिक्षण

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