ट्रूडो फिर हुए बेनकाब, जिस खालिस्तानी आतंकी की हत्या का आरोप भारत पर लगाया, उसके हत्यारे तो…
टोरंटो. कनाडा के प्रधानमंत्री का खालिस्तान प्रेम फिर से सामने आया है. यह मामला 1985 में एयर इंडिया कनिष्क फ्लाइट संख्या 182 के बम विस्फोट से जुड़ा है. दरअसल, रिपुदमन सिंह मलिक इस फ्लाइट में बम ब्लास्ट मामले में मुख्य आरोपी था. कनाडा के एक कोर्ट ने मलिक और उसके सह आरोपी अजायब सिंह बागरी को 2005 में बरी कर दिया था. अब 14 जुलाई को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में मलिक की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है. कनाडाई पीएम ने बिना किसी सबूत के इस हत्या का आरोप भारत के माथे पर मढ़ दिया है. लेकिन, मंगलवार को उनका आरोप सफेज झूठ निकला.
दरअसल, ब्रिटिश कोलंबिया के न्यू वेस्टमिंस्टर की कोर्ट में एयर इंडिया कनिष्क विस्फोट के आरोपी मलिक की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. टैनर फॉक्स और जोस लोपेज़ ने रिपुदमन सिंह मलिक की हत्या का गुनाह कबूल कर लिया है. अब इनकी सजा तय होनी बाकी है. वहीं, ट्रूडो चिल्ला-चिल्ला कर मलिक की हत्या का आरोप लगा रहे थे.
31 को तय होगी सजाअदालत ने दोनों आरोपियों को सजा के लिए 31 अक्टूबर को पेश होने का आदेश दिया है. हत्यारों की सजा पर मलिक के परिवार का रिएक्शन सामने आया है. उन्होंने कहा कि वे ‘आभारी’ हैं कि हत्यारों को न्याय के कटघरे में लाया जा रहा है. उन्होंने कहा असली गुनगार भी पकड़ा जाना चाहिए. परिवार ने कहा इस हत्या को करने के लिए टैनर फॉक्स और जोस लोपेज को कॉन्ट्रेक्ट दिया गया था. असली कातिल को पकड़ा जाना जरूरी है, नहीं तो न्याय तब तक अधूरा रहेगा.
क्या हुआ था?एयर इंडिया की कनिष्क 182 मॉन्ट्रियल से लंदन के रास्ते दिल्ली होते हुए मुंबई जाती थी. 23 जून 1985 को कनाडा के मॉन्ट्रियल से उड़ान लंदन के लिए उड़ान भरी. इसे मॉन्ट्रियल से ब्रिटेन के लंदन, फिर भारत के दिल्ली होते हुए मुंबई पहुंचना था. इस विमान को आयरलैंड के हवाई क्षेत्र में 31,000 फीट की ऊंचाई पर बम से उड़ा दिया गया. इस विमान में सवार सभी 329 लोग मारे गए, जिनमें 268 कनाडाई नागरिक, 27 ब्रिटिश नागरिक और 22 भारतीय नागरिक शामिल थे.
Tags: Air india, Canada, Justin Trudeau
FIRST PUBLISHED : October 23, 2024, 09:50 IST