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Last Updated:October 19, 2025, 20:49 IST
Tulsi Ka Paudha Care Tips: कई लोग अनजाने में इस पवित्र पौधे में गंदा पानी डाल देते हैं, जिससे घर की सुख-समृद्धि पर बुरा प्रभाव पड़ता है. आयुर्वेद के अनुसार यह पौधा न केवल धार्मिक दृष्टि से पवित्र है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी माना गया है. इसकी नियमित देखभाल से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
सीकर. हिंदू धर्म में पेड़-पौधों को देवी-देवताओं के समान पूजनीय माना गया है. इनमें केली का पौधा विशेष रूप से धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है. हर शुभ कार्य में इसके पत्तों का उपयोग किया जाता है. कई परिवारों में तुलसी के साथ केली का पौधा आंगन में लगाया जाता है. यह घर में शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है.
धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण के अनुसार वास्तु शास्त्र में केली के पौधे को उत्तर दिशा में लगाना शुभ माना गया है. इसे लगाने के लिए पहले धूप वाली जगह पर उचित गड्ढा खोदकर कंपोस्ट या गोबर की खाद डालनी चाहिए. पौधे को रोपने के बाद नियमित रूप से पानी देना जरूरी है ताकि नमी बनी रहे. पौधे को कीटों और बीमारियों से भी सुरक्षित रखना चाहिए.
शास्त्रों में वर्णन है कि केली के पौधे में मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का वास माना गया है. इसलिए गुरुवार के दिन केली के पेड़ की पूजा करने से सुख-समृद्धि और धन-धान्य की प्राप्ति होती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, यदि केली के पौधे पर गंदा पानी डाला जाए तो घर की सुख-संपदा और लक्ष्मी की कृपा कम हो जाती है.
महिलाएं अक्सर व्रत और पूजा के अवसरों पर केली के पत्तों का प्रयोग करती हैं. यह पौधा कई संस्कृतियों में कल्याण और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. घर के आंगन या पूजा स्थल के पास केली का पौधा लगाने से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इसके साथ ही यह परिवार में सौहार्द और शांति बनाए रखने में सहायक माना जाता है.
ध्यान साधना करने वालों के लिए भी केली का पौधा अत्यंत लाभदायक माना गया है. इसे मानसिक शांति और एकाग्रता बढ़ाने वाला पौधा कहा जाता है. आंगन में इसका रोपण करने से घर में नकारात्मकता दूर होती है और मानसिक संतुलन बना रहता है. केली के पेड़ की उपस्थिति को शांति और आत्मिक शक्ति का प्रतीक भी माना जाता है.
आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल के अनुसार केली के पौधे में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है, जो हृदय को स्वस्थ रखती है. यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मदद करता है. केली में पाए जाने वाले पोषक तत्व मूड को बेहतर बनाते हैं और मानसिक ताजगी प्रदान करते हैं. यही कारण है कि आयुर्वेद में केली को औषधीय दृष्टि से अत्यंत लाभकारी माना गया है.
केली के पौधे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं. इसका उपयोग त्वचा की देखभाल में भी किया जाता है. केली से बनी प्राकृतिक फेस पैक लगाने से त्वचा में नमी बनी रहती है और चेहरे पर प्राकृतिक चमक आती है. इस पौधे के धार्मिक और औषधीय गुणों के कारण इसे घर में लगाना शुभ और लाभदायक माना जाता है.
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October 19, 2025, 20:49 IST
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Tips And Tricks: लोग करते हैं पूजा…लेकिन इस पौधे को छू गया गंदा पानी