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तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन को असदुद्दीन ओवैसी का करारा जवाब.

Last Updated:May 17, 2025, 19:08 IST

Asaduddin Owaisi On Turkey-Pakistan: तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने पाकिस्तानी PM शहबाज शरीफ के साथ कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की है. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान का साथ देने के लिए तुर्की की तीखे शब्…और पढ़ेंकश्‍मीर पर फुदकते एर्दोगन को ओवैसी ने ऐसा रगड़ा, PAK की पैरवी भूल जाएगा तुर्की

ओवैसी ने तुर्की को दिखाया आईना. (File Photos)

हाइलाइट्स

ओवैसी ने तुर्की को पाकिस्तान का समर्थन करने पर चेताया.भारत में 22 करोड़ मुस्लिम रहते हैं, पाकिस्तान से ज्यादा.भारत में तुर्की के खिलाफ जनाक्रोश बढ़ रहा है.

नई दिल्ली: तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन एक बार फिर ‘चौधरी’ बनने की कोशिश में हैं. लेकिन इस बार उन्हें भारत के एक मुस्लिम नेता ने करारा जवाब दिया है. एर्दोगन ने हाल ही में कहा कि तुर्की, कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से गहन बातचीत कर चुका है और वह इस मसले पर अंतरराष्ट्रीय संगठनों की मदद से ‘मानवाधिकार आधारित समाधान’ चाहता है. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो तुर्की मध्यस्थ की भूमिका निभाने को भी तैयार है. AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने तुर्की को करारा जवाब देते हुए कहा कि भारत में 22 करोड़ मुस्लिम रहते हैं, जो पाकिस्तान से कहीं ज्यादा हैं. पाकिस्तान को मुस्लिमों का ठेकेदार बताना एक झूठा नैरेटिव है.

ओवैसी ने कहा, ‘तुर्की को पाकिस्तान का समर्थन करने से पहले सोचना चाहिए. भारत और तुर्की के ऐतिहासिक संबंध बहुत गहरे हैं. हैदराबाद और रामपुर रियासतों के लोगों ने तुर्की के इसबैंक में पैसा जमा किया था. लद्दाख में 1990 तक तुर्की भाषा सिखाई जाती थी. क्या तुर्की इन बातों को भूल गया है?’

‘भारत के मुसलमानों का सम्मान करो’

ओवैसी ने आगे कहा कि 1920 तक तुर्की के उत्तरी हिस्से के हज यात्री लद्दाख होकर मुंबई जाते थे. ‘हम तुर्की को याद दिलाना चाहते हैं कि भारत में 220 मिलियन सम्मानित मुसलमान रहते हैं. पाकिस्तान का इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है. तुर्की को भारत के मुसलमानों का सम्मान करना चाहिए.’

#WATCH | Hyderabad, Telangana | AIMIM Chief Asaduddin Owaisi says, “…Turkey must reconsider their stance of supporting Pakistan. We must remind Turkey that there is a bank in Turkey called İşbank, whose earlier depositors were people of India. Turkey has many historical… pic.twitter.com/5kGZWkNsCg

— ANI (@ANI) May 17, 2025

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