दो साल में रिलीज हुईं दो फिल्में, धर्मेंद्र-मिथुन चक्रवर्ती के एक्शन का उड़ा मजाक, आज मानी जाती हैं कल्ट हिट- dharmeendra movies with mithun chakraborty loha gunda 1997 films both considered bollywood infamous movie now turn cult hit love by young generation

Last Updated:November 10, 2025, 16:41 IST
Dharmendra Mithun Chakraborty movies : बॉलीवुड के लीजेंड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती ने 1976 में मृगाया फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा था. इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड भी मिला था. 1982 में आई ‘डिस्को डांसर’ से मिथुन चक्रवर्ती रातोंरात सुपरस्टार बन गए. बॉलीवुड में उन्होंने अपनी पहचान एक्शन हीरो के तौर पर स्थापित की. 90 के दशक के अंत में मिथुन ने कुछ ऐसी फिल्मों में काम किया जो कहने को तो एक्शन मूवी थीं लेकिन उनके सींस का आज के दौर में जमकर मजाक उड़ाया जाता है. मिथुन दा की ऐसी ही दो फिल्में दो साल में रिलीज हुई थीं. ये दोनों ही फिल्में आज कल्ट मूवी का स्टेटस ले चुकी हैं. 
मिथुन चक्रवर्ती ने 90 के दशक में मुंबई शहर छोड़ दिया और ऊंटी में अपना होटल खोला. फिर वहीं पर फिल्मों की शूटिंग शुरू की. एक या दो माह में उनकी एक्शन फिल्में पर्दे पर आने लगीं. इन फिल्मों की कहानी तो कुछ खास नहीं होती थी लेकिन छोटे पर्दे पर ये फिल्में खूब चलती थीं. छोटे शहरों में मिथुन चक्रवर्ती का अपना एक दर्शक वर्ग था जो उनकी फिल्में देखता था. इन फिल्मों में मिथुन कभी ईमानदार पुलिस अफसर होते थे तो कभी ईमानदार बेटे. मिथुन दा की ऐसी ही दो फिल्में 1997-98 में रिलीज हुई थीं. इन दोनों फिल्मों के एक्शन सीन का जमकर मजाक उड़ाया जाता है. दिलचस्प बात यह है कि दोनों फिल्में कल्ट मूवी का स्टेटस ले चुकी हैं. ये फिल्में थीं : लोहा और गुंडा. दिलचस्प बात यह है कि 1987 में धर्मेंद्र-शत्रुघ्न सिन्हा की एक लोहा फिल्म आई थी और सुपरहिट रही थी.

सबसे पहले बात करते हैं 1997 में आई लोहा फिल्म की जिसका डायरेक्शन कांति शाह ने किया था. फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती के साथ धर्मेंद्र, मोहन जोशी, शक्ति कपूर, इशरत अली, रज्जाक खान, हरीश पटेल, रामी रेड्डी, बब्बन यादव, दीपक शिर्के, किरण कुमार, राम्या कृष्णन, सुजाता मेहता और राजेश विवेक नजर आए थे. लोहा फिल्म को बशीर बब्बर ने लिखा था. सुरेखा गवली ने प्रोड्यूस किया था. फिल्म के डायलॉग और विलेन के नाम भी बहुत ही अजीब थे.

फिल्म में धर्मेंद्र ने एक सस्पेंडेड इंस्पेक्टर शंकर का रोल निभाया था. मेन विलेन ‘लुक्का’ की भूमिका मोहन जोशी ने निभाई थी. फिल्म के एक्शन सींस बहुत ही हास्यापद थे. एक सीन में विलेन धर्मेंद्र गोली मारता है और वो अपना पंजा आगे कर देते हैं. गोली हथेली को पार नहीं कर पाती है. इतना ही नहीं इस दौरान विलेन रामी रेड्डी और धर्मेंद्र बहुत ही फनी डायलॉग बोलते हैं. रामी रेड्डी कहते हैं, ‘समझ ले अब तेरा इस दुनिया से कनेक्शन कट…’ इसी के साथ रामी रेड्डी गोली चलाते हैं. गोली को धर्मेंद्र हथेली से रोक लेते हैं और जवाब में कहते हैं , ‘तुम्हारी यह गोली, लोहे के शरीर के पार नहीं जा सकती.’ फिल्म के एक एक्शन सीन में धर्मेंद्र हेलीकॉप्टर को खींच लेते हैं और वो ऊपर नहीं उड़ पाता है. फिल्म के ऐसे ही एक्शन सीन की भरमार है, जो आज देखने में कॉमेडी जैसे लगते हैं.

फिल्म के डायलॉग भी सतही स्तर के थे. फिल्म के डायलॉग अगर अब सुने जाएं तो कॉमेडी जैसे लगते हैं. फिल्म का विलेन ‘लुक्का’ अपने नाम के साथ ‘लुक्का का धक्का कोई नहीं सह पाएगा’ एक डायलॉग बोलता है. लुक्का के भाई का नाम टकला है, जिसे पर्दे पर रामी रेड्डी ने निभाया. दीपक शिर्के ने विलेन टांड्या का रोल निभाया है. फिल्म में मनीषा कोइराला और गोविंदा कैमियो में थे.

फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती एक फौजी अर्जुन के रोल में नजर आते हैं. फिल्म में हरीश पटेल सलीम चिकना के रोल में हैं. वो एक अजीबो-गरीब डायलॉग बोलते हैं : ये लुक्का तो है पैदाइशी बेइमान, ये क्या भेजेगा मुझे बांग्लादेश या पाकिस्तान. मैं तो दुबई का ठप्पा लगाकर निकल लेता हूं, सटक लेता हूं.’ फिल्म ऐसे ही फूहड़ डायलॉग से भरी हुई है. लोहा फिल्म में कुल 5 गाने थे. सभी के सभी गाने फ्लॉप थे. फिल्म का बजट करीब 1.5 करोड़ रुपये का था, इसने बॉक्स ऑफिस पर करीब 4 करोड़ की कमाई की थी. यह एक मॉडरेट सक्सेसफुल मूवी साबित हुई थी.

कांतिशाह के निर्देशन में मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म 4 सितंबर 1998 को रिलीज हुई थी. फिल्म के डायलॉग बहुत ही घटिया स्तर के थे. इस फिल्म के कैरेक्टर्स के मीम्स सोशल मीडिया पर अक्सर हमें नजर आते हैं. साइकिल के पीछे बैठकर रिवॉल्वर से हमला करने वाले मिथुन दा के सीन सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा मजाक उड़ाया जाता है. गुंडा बी-ग्रेड की एक्शन फिल्म थी.

फिल्म में मुकेश ऋषि, शक्ति कपूर, हरीश पटेल, इशरत अली, मोहन जोशी, सपना सप्पू, रामी रेड्डी, गुलशन राणा, रज्जाक खान, बब्बनलाल यादव, दीपक शिर्के, राणा जंग बहादुर भी नजर आए थे. सभी कलाकारों ने अपने कैरेक्टर्स कुछ इस तरह निभाए कि आज यंग जनरेशन इन्हें देखकर लोट-पोट हो जाती है. फिल्म के डायलॉग बशीर बब्बर ने लिखे थे. प्रोड्यूसर अनिल सिंह थे. आईएमबीडी पर फिल्म को 7.3 की रेटिंग मिली हुई है.

गुंडा फिल्म के डायलॉग बहुत ही अनोखे थे. हर कैरेक्टर के साथ पंच लाइन जुड़ी हुई थी. फिल्म के लीड विलेन का रोल मुकेश ऋषि ने निभाया था. सबसे ज्यादाअ चर्चा मुकेश ऋषि के किरदार की ही होती है. वो अपने नाम के साथ एक पंच लाइन बोलते हैं : मेरा नाम है बुल्ला, मैं हमेशा रखता हूं खुल्ला. यह बात अलग है कि मुकेश ऋषि इस फिल्म को करने के बाद खूब पछताए थे. इसी तरह फिल्म में शक्ति कपूर ने चुटिया नाम का किरदार निभाया था. जो बार-बार बोलते हैं : मेरा नाम है चुटिया, अच्छे-अच्छों की मैं खड़ी करता हुआ खटिया. इशरत अली ने लंबू आटा, रज्जाक खान ने लकी चिकना, रामी रेड्डी ने काला शेट्टी, हरीश पटेल ने इबू हटेला, मोहन जोशी ने पोते का रोल निभाया था. हरीश पटेल अपने नाम के साथ एक पंच लाइन बोलते हैं. मेरा नाम है इबू हटेला, मां मेरी चुड़ैल की बेटी, बाप मेरा शैतान का चेला. खाएगा केला. पोते के रोल में मोहन जोशी कहते हैं, ‘मेरा नाम है पोते, जो अपने बाप के भी नहीं होते.’

फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती अपने नाम का परिचय बहुत ही शायराना अंदाज में देते हैं. वो कहते हैं : मैं हूं जुर्म से नफरत करने वाला, शरीफों के लिए ज्योति, गुंडों के लिए ज्वाला. रामी रेड्डी इसके जवाब में कहते हैं, ‘तुझे बनाके मौत के मुंह का निवाला, तेरे सीने में गाड़ मैं मौत का भाला.’ एक जगह मिथुन दा अपना परिचय देते हुए कहते हैं, ‘मैं गरीबों के लिए हीरो हूं, और तुम जैसों के लिए विलेन. नाम है मेरा शंकर, हूं मैं गुंडा नंबर वन.’ फिल्म में ऐसे ही फनी डायलॉग की भरमार है. एक जगह पर बहुत ही सस्ती शायरी कहते हुए मिथुन दा विल्ने से कहते हैं, ‘भीगी हुई सिगरेट जलेगी नहीं, तेरी मौत की तारीख टलेगी नहीं.’

फिल्म से जुड़ा एक मजेदार फैक्ट यह है कि इस मूवी को रिलीज होने के बाद तत्काल बैन कर दिया गया था. दरअसल सेंसर बोर्ड ने फिल्म में 40 से ज्यादा कट लगाए गए थे. कांति शाह ने सेंसर बोर्ड के सामने हामी भर दी लेकिन ओरिजनल फिल्म को थिएटर्स में रिलीज कर दिया. इसी दौरान मुंबई के एक कॉलेज की लड़कियां फिल्म देखने पहुंची तो उनका दिमाग हिल गया. उन्होंने फिल्म में दिखाई गई हिंसा और अश्लीलता की शिकायत सेंसर बोर्ड से की. पूरे मामले का खुलासा होने पर सिनेमाघरों से आनन-फानन में ‘गुंडा” फिल्म हटाई गई और आपत्तिजनक सीन हटाने के बाद फिर से रिलीज की गई.

सभी एक्टर्स ने इतनी ओवर-एक्टिंग की यह एक्शन मूवी कॉमेडी फिल्म लगती है. यह बात अलग है कि यंग जनरेशन ने इस मूवी में कहीं ना कहीं ह्यूमर खोजा. जैसे-जैसे इंटरनेट की पहुंच बढ़ी तो इंजीनियरिंग के छात्रों ने इस मूवी को सबसे ज्यादा रेटिंग देना शुरू किया. आ यह मूवी कल्ट फिल्म का स्टेट्स ले चुकी है. इस फिल्म के मजेदार डायलॉग का कोई मजाक उड़ाता है तो कोई इनमें ह्यूमर खोजकर मनोरंजन करता है. यूट्यूब पर इस मूवी का आलम यह है कि करोड़ों में व्यूज इस मूवी को मिल चुके हैं.
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November 10, 2025, 16:16 IST
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मिथुन चक्रवर्ती की 2 फिल्में, एक्शन सीन का उड़ा मजाक, आज मानी जाती हैं कल्ट हिट



