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JEE में दो सहेलियों का जलवा, मिला 99.39, 99.50 पर्सेंटाइल स्कोर, अब करना चाहती इस पर फोकस

Last Updated:February 14, 2025, 22:51 IST

सिमराह मीर और सदाफ मुश्ताक ने जेईई मेन में क्रमशः 99.39 और 99.50 पर्सेंटाइल स्कोर किया। कश्मीर की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें सफलता दिलाई।JEE में दो सहेलियों को मिला 99.39,99.50 पर्सेंटाइल स्कोर, अब इस काम पर है फोकस

JEE Story: दो सहेलियों ने पहले ही प्रयास में क्रैक किया जेईई मेन एग्जाम.

हाइलाइट्स

JEE में इन दो सहेलियों ने 99.39 और 99.50 पर्सेंटाइल स्कोर किया है.दोनों ने कड़ी मेहनत से सफलता पाई हैं.अब वह दोनों इस चीज पर फोकस कर रही हैं.

JEE Success Story: कहा जाता है कि अगर कुछ करने की ठान लिया जाए, तो फिर उसके सामने बाधाएं भी रूकावट नहीं बन पाती है. उन बाधाओं को तोड़कर सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है. ऐसी ही कहानी कश्मीर की दो होनहार सहेलियों की है, जो पहले ही प्रयास में ही जेईई मेन की परीक्षा में क्रमशः 99.39 और 99.50 पर्सेंटाइल स्कोर किया है. जिनकी हम बात कर रहे हैं, उनका नाम सिमराह मीर और सदाफ मुश्ताक है.

दो सहेलियों का जेईई में जलवाजेईई मेन की परीक्षा में 99.39 और 99.50 पर्सेंटाइल स्कोर करने वाली सिमराह मीर और सदाफ मुश्ताक कश्मीर के पुलवामा और कुलगाम की रहने वाली हैं. यह सफलता उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण को दर्शाता है. कश्मीर में मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियां और इंटरनेट शटडाउन जैसी बाधाओं के बावजूद, दोनों लड़कियों ने दृढ़ निश्चय के साथ अपनी तैयारी जारी रखी. अब वे JEE Advanced पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही हैं, ताकि अपने सपनों को पूरा कर सकें.

कक्षा 10वीं रहीं स्टेट टॉपरपुलवामा की रहने वाली सदाफ मुश्ताक कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं में राज्य की टॉपर रही हैं. उनका मानना है कि शिक्षा एक शक्तिशाली साधन है, जिससे वे अन्य लड़कियों को प्रेरित कर सकती हैं. सदाफ मानती है कि JEE कोर्स और इसकी कठिन कंपटीशन चुनौतीपूर्ण थी, लेकिन उन्होंने आत्मविश्वास और रेगुलर प्रैक्टिस पर भरोसा किया. देर रात तक पढ़ाई, मॉक टेस्ट और दृढ़ संकल्प ने उन्हें आगे बढ़ने में मदद की. अब वह एक सफल इंजीनियर बनकर अन्य कश्मीरी लड़कियों को प्रेरित करना चाहती हैं.

10वीं में हासिल की 97% अंकसिमराह मीर ने कक्षा 10वीं की परीक्षा में 97% अंक हासिल किए हैं. उन्होंने एक डिसिप्लिन स्टडी स्ट्रेटजी अपनाई और अपने संदेहों को अपने दृढ़ संकल्प पर हावी नहीं होने दिया. वह कहती है कि उनका सपना आईआईटी से पढ़ाई करना और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके वंचित समुदायों की समस्याओं को हल करना है. शुरू में उनकी तैयारी संरचित नहीं थी, लेकिन सेल्फ डिसिप्लिन और स्मार्ट तैयारी ने उनके नॉलेज को बढ़ाया है.

कॉन्सेप्ट और एनालिसिस पर फोकसकक्षा 10वीं में 97 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली सिमराह ने सोशल मीडिया का उपयोग कम कर दिया और कॉन्सेप्ट को गहराई से समझने पर ध्यान केंद्रित किया. उनका मानना है कि कमजोर क्षेत्रों की पहचान कर उन पर काम करना और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करना परीक्षा पैटर्न को बेहतर समझने में मदद करता है. उनका सफर यह बताता है कि सही रणनीति और कड़ी मेहनत के साथ कोई भी कठिन परीक्षा सफलतापूर्वक पास कर सकता है.

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First Published :

February 14, 2025, 22:51 IST

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JEE में दो सहेलियों को मिला 99.39,99.50 पर्सेंटाइल स्कोर, अब इस काम पर है फोकस

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