अस्पताल में गिरा पर्स लौटाकर दो युवक बने फरिश्ते – पाली में ईमानदारी की अनोखी मिसाल

Last Updated:November 20, 2025, 21:41 IST
Pali News Hindi : पाली में मानवता की मिसाल पेश करते हुए इंदिरा कॉलोनी के दो युवकों ने अस्पताल में गिरे एक युवक का पर्स और मोबाइल लौटाकर ईमानदारी का अनोखा उदाहरण दिया. अपनी बीमार मां के इलाज को लेकर तनाव में चल रहे युवक के लिए यह वापस मिला पर्स किसी वरदान से कम नहीं था. युवकों की दरियादिली ने उसके चेहरे पर फिर से उम्मीद लौटा दी.
पाली : भागती दौडती इस स्वार्थ भरी जिंदगी में जहां हर कोई अपने मतलब की सोचता है मगर इसी दुनिया में काफी लोग ऐसे भी है जो कुछ ऐसा कर जाते है जो ईमानदारी का मिसाल बन जाती है. ऐसी ही ईमानदारी की मिसाल पेश करने का काम किया है पाली के उन दो युवकों ने जिन्होने अपनी मां का इलाज करवाने अस्पताल आए एक युवक के पर्स और मोबाइल गिर जाने के बाद उसको पुन: लौटाकर ईमानदारी का परिचय देने काम किया.
अपनी मां के इलाज करवाने आए युवक पहले ही तनाव में था मगर जब उसका पर्स और मोबाइल गिर गया तो उसके ऊपर जैसे दुखो का पहाड टूट पडा. मगर बाद में जब देवता बनकर दो युवक उसके पास पहुंचे और उसको पर्स लोटाने का काम किया तो उस युवक के मुहं से शब्द नही निकले और उनका धन्यवाद देता नजर आया.
मोबाइल और पर्स गिरते ही सदमे में आ गया था युवक पाली के बांगड़ हॉस्पिटल में बीमार मां का इलाज करवाने आए एक युवक का पर्स और मोबाइल गिर गया. पर्स इंदिरा कॉलोनी के दो युवकों को मिला, जिन्होंने मोबाइल पर आए कॉल के बाद उसे उसके वास्तविक मालिक को लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया. पाली शहर के इंदिरा कॉलोनी निवासी धनराज पुत्र रामचंद्र जांगिड़ और राकेश सैन पुत्र कैलाश सैन बुधवार को बांगड़ हॉस्पिटल गए थे. यहां उन्हें हॉस्पिटल परिसर में एक पर्स गिरा हुआ मिला. पर्स खोलकर देखने पर मोबाइल फोन, जन आधार कार्ड, अन्य दस्तावेज और नकदी मिली.
इस तरह लगाया सही हकदार का पतामोबाइल लॉक होने के कारण वे कॉल नहीं लगा सके. दोनों युवक कुछ देर तक वहीं रुके और आस-पास तलाश की, लेकिन कोई नहीं मिला. कुछ देर बाद उस मोबाइल पर कॉल आया. कॉल करने वाले युवक ने पर्स और फोन अपना बताया. इस पर दोनों युवक तुरंत दोबारा हॉस्पिटल पहुंचे, जहां उन्हें अटपड़ा गांव निवासी राजू मिला.
पर्स मिल गया नहीं तो नहीं करवा पाता इलाज राजू कहता भी है कि वह अपनी बीमार मां का उपचार करवाने बांगड़ हॉस्पिटल आया था. भीड़ के बीच उसका पर्स गिर गया और उसे पता भी नहीं चला. पर्स और मोबाइल सुरक्षित लौटाए जाने पर उसने धनराज जांगिड़ और राकेश सैन का आभार व्यक्त किया. अगर उसको पर्स नही मिलता तो शायद मैं अपनी मां का बेहतर इलाज नही करवा पाता.
Rupesh Kumar Jaiswal
रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन…और पढ़ें
रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन… और पढ़ें
First Published :
November 20, 2025, 21:41 IST
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अस्पताल में गिरा पर्स लौटाकर दो युवक बने फरिश्ते – पाली में ईमानदारी की…



