उदयपुर: दो भेड़ों का शिकार करने के बाद पकड़ी गई मादा लेपर्ड, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
निशा राठौड़ / उदयपुर: जिले के गोगुंदा क्षेत्र से पांच किलोमीटर दूर स्थित एक गांव में मादा लेपर्ड को वन विभाग ने पिंजरे में कैद किया. यह लेपर्ड जेताराम गायरी के बाड़े में घुसकर दो भेड़ों का शिकार कर चुकी थी. ग्रामीणों की सूचना पर विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पिंजरा लगाया, जिसमें लेपर्ड मंगलवार सुबह करीब छह बजे फंस गई. उधर, उदयपुर शहर के गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में भी पैंथर की गतिविधियां सीसीटीवी कैमरे में दर्ज की गई हैं, जिससे क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है.
घटना के बाद ग्रामीणों में नाराजगी और भीड़ गांव, जो केवल 20 घरों की एक छोटी बस्ती है, निवासियों में इस घटना के बाद भय और आक्रोश फैल गया. सुरक्षा की मांग को लेकर ग्रामीणों ने वन विभाग से कार्रवाई की गुहार लगाई. पिंजरा लगाए जाने के बाद बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हो गए. जैसे ही मादा लेपर्ड पकड़ी गई, बच्चे और बड़े उसे देखने के लिए उमड़ पड़े.
वन विभाग की त्वरित कार्रवाई वन विभाग की टीम ने स्थिति को संभालते हुए ग्रामीणों को पिंजरे से दूर किया. सुबह साढ़े नौ बजे मादा लेपर्ड को सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क ले जाया गया. वन अधिकारियों ने बताया कि पकड़ी गई मादा लेपर्ड की उम्र लगभग दो साल है और फिलहाल वह स्वस्थ है.
ग्रामीणों में डर और राहत का माहौल गांव के लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से इलाके में लेपर्ड की गतिविधियां बढ़ गई थीं, जिससे मवेशियों पर हमले हो रहे थे. घटना के बाद वन विभाग के कदम से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है.
वन विभाग ने जारी किए सुरक्षा निर्देश वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और किसी भी जंगली जानवर की गतिविधि की जानकारी तुरंत विभाग को देने की अपील की है. अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जाएंगे. यह घटना गोगुंदा क्षेत्र में बढ़ती वन्यजीव गतिविधियों की ओर इशारा करती है. वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्कता बरतने और जानवरों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह दी है.
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FIRST PUBLISHED : November 22, 2024, 21:06 IST