Udaipur Mining Tender 2025 | Rajasthan Mineral Auction | Gold Copper Lead Zinc Mining | Mining Tender Process

Last Updated:October 13, 2025, 12:55 IST
Udaipur Mining Tender 2025: उदयपुर संभाग में खनिज संपदा के दोहन की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है. सोना, तांबा, सीसा और जस्ता खनन के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इच्छुक कंपनियां 3 नवंबर से अपनी बोली लगा सकेंगी. इस पहल से स्थानीय रोजगार और आर्थिक विकास को नई रफ्तार मिलेगी.
उदयपुर संभाग में खनन क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है और अब सोने, तांबे, सीसा और जस्ता की खोज एवं उत्पादन के लिए नए अवसर खुलने जा रहे हैं.खान एवं भू-गर्भ विज्ञान विभाग ने बांसवाड़ा जिले के घाटोल तहसील के कांकरिया गारा ब्लॉक में प्रदेश की पहली गोल्ड माइन के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है.इसे तीन नवंबर को खोला जाएगा.
इसके साथ ही तांबा, सीसा और जस्ता खनन के लिए भी नए ब्लॉकों की नीलामी की जा रही है. खनन क्षेत्र उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा जिलों में फैला है.निविदा की शर्तों के अनुसार, सबसे अधिक बोली लगाने वाले को खनन का अधिकार मिलेगा और सफल बोलीदाता को अंतिम मूल्य प्रस्ताव के आधार पर मासिक भुगतान करना होगा.
सोने की खदान बांसवाड़ा जिले के घाटोल तहसील के कांकरिया गारा ब्लॉक एन/वी देलवाड़ा रावण, गर्जिया मगरा, देलवाड़ा लोकिया, रूघनाथजी गारा और लाम्बीपटिया ब्लॉक में स्थापित की जाएगी. खनन क्षेत्र का कुल एरिया 2.059 वर्ग किमी रहेगा.वहीं बांसवाड़ा के भूखिया जगपुरा में भी सोने का भंडार पाया गया है.पहले यहां खदान की नीलामी हुई थी, लेकिन शिकायत के बाद इसे निरस्त कर दिया गया.
उदयपुर जिले के मावली तहसील के लादाना गांव में तांबे का खनन होगा. लदाना ब्लॉक एन/वी लदाना-लदानी में 300 हेक्टेयर क्षेत्र की नीलामी की जाएगी. इसके अलावा चित्तौड़गढ़ जिले के भाभरिया का खेड़ा और लाखा का खेड़ा में तांबा खनन के लिए 970 हेक्टेयर एरिया में नीलामी की जाएगी. भीलवाड़ा जिले के खामोर ब्लॉक उत्तर-पश्चिम खामोर में बेसमेटल (तांबा) के साथ-साथ सीसा और जस्ता का खनन भी होगा
देश का 77% सीसा और जस्ता मेवाड़ की खदानों से सप्लाई होता है. यह क्षेत्र दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा जस्ता उत्पादक है. उदयपुर जिले की जावर माइंस, राजसमंद जिले की दरीबा माइंस, सिंदेसर खुर्द माइंस तथा भीलवाड़ा जिले की आगूचा माइंस से जस्ता, सीसा और चांदी की सप्लाई दुनिया भर में होती है.
कच्चा माल प्लांटों में सप्लाई लायक बनाया जाता है. उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और दरीबा के प्लांट प्रमुख हैं. इसके अलावा ऋषभदेव का ग्रीन मार्बल और सलूंबर का ऑनिक्स मार्बल देश के साथ यूरोप, चीन और अमेरिका में भी निर्यात होता है.
उदयपुर संभाग में खनन गतिविधियों की शुरुआत से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि प्रदेश और देश में खनन उद्योग को नई दिशा भी मिलेगी.
First Published :
October 13, 2025, 12:55 IST
homerajasthan
राजस्थान सरकार का बड़ा ऐलान…3 नवंबर से खुलेगा खनिज खदानों पर बोली का रास्ता,