Rajasthan

UGC अध्यक्ष रहे जगदीश कुमार ने शुरुआत की ये बड़ी पहलें, जिनसे बदला शिक्षा का चेहरा

Last Updated:April 09, 2025, 11:15 IST

UGC के अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार (M Jagadesh Kumar) ने अपने रिटायर की घोषणा कर दी है. वह इस पद पर रहते हुए कई बड़ी पहलें की शुरुआत की है, जिससे शिक्षा का चेहरा बदलने में कारगर रहा है.UGC अध्यक्ष रहे जगदीश ने शुरुआत की ये बड़ी पहलें, जिनसे बदला शिक्षा का चेहरा

UGC के चेयरमैन के पद से रिटायरमेंट लेना की घोषणा की है.

UGC: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष प्रोफेसर ममीडाला जगदीश कुमार ने हाल ही में अपने पद से रिटायर होने की घोषणा की है. फरवरी 2022 में इस पद पर आसीन होने के बाद उन्होंने कई महत्वपूर्ण पहलें कीं. इनमें अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट एडमिशन के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम (CUET) की शुरुआत शामिल है. इसके साथ ही उन्होंने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2022 के विभिन्न पहलुओं को लागू करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम (CUET) की शुरुआतप्रोफेसर जगदीश कुमार ने अपने कार्यकाल के दौरान अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों पाठ्यक्रमों के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET) को लागू किया, जिससे छात्रों के लिए प्रवेश प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और समान हो गई. यह पहल शिक्षा क्षेत्र में एक बड़े बदलाव का हिस्सा रही है.

UGC CARE सूची का भंग और शैक्षणिक योग्यता में फ्लेक्सिबिलिटीप्रोफेसर ममीडाला ने UGC CARE सूची को समाप्त करने का प्रस्ताव रखा, जो कि गुणवत्तापूर्ण अकादमिक पत्रिकाओं की एक क्यूरेटेड सूची थी. इसके साथ ही फैकल्टी भर्ती में शैक्षणिक योग्यता में फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने का भी समर्थन किया, जिससे विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में अधिक स्वतंत्रता मिली.

महत्वपूर्ण पहलें और सुधारडुअल एंट्री सिस्टम: UGC ने उच्च शिक्षा संस्थानों को साल में दो बार प्रवेश देने की अनुमति दी, जिससे छात्रों को जनवरी/फरवरी और जुलाई/अगस्त दोनों समय प्रवेश मिल सके.अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम: उन्होंने एक नई पहल शुरू की, जिसके तहत अंडरग्रेजुएट छात्रों को डिग्री कार्यक्रम में अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिला.ईशान उदय छात्रवृत्ति: UGC ने उत्तर पूर्वी क्षेत्र (NER) के छात्रों के लिए ईशान उदय छात्रवृत्ति का आयोजन किया, जिससे उन्हें उच्च शिक्षा में समर्थन मिला.नियुक्ति और पदोन्नति में बदलाव: प्रोफेसर ममीडाला ने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति और पदोन्नति के लिए न्यूनतम योग्यता और उच्च शिक्षा में मानकों को सख्त किया है.

विदेशी संस्थानों से प्राप्त योग्यताओं की मान्यताप्रोफेसर ममीडाला के नेतृत्व में UGC ने विदेशी शैक्षिक संस्थानों से प्राप्त योग्यताओं की मान्यता और समकक्षता प्रदान करने की प्रक्रिया को आसान बनाया. वर्ष 2025 में विदेशी शैक्षणिक संस्थानों से प्राप्त योग्यताओं को मान्यता देने के नए विनियम जारी किए गए, जिनमें ऑफशोर कैंपस से प्राप्त योग्यताओं को मान्यता दी गई.

सीमित कार्यकाल और भविष्य की दिशाअब तक शिक्षा मंत्रालय ने UGC अध्यक्ष के पद के लिए किसी नए नाम की घोषणा नहीं की है. प्रोफेसर ममीडाला का कार्यकाल शिक्षा प्रणाली में कई महत्वपूर्ण बदलावों का समय था और उनके नेतृत्व में किए गए सुधार शिक्षा क्षेत्र में एक नई दिशा का संकेत देते हैं.

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First Published :

April 09, 2025, 11:11 IST

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