भीलवाड़ा: पंचमुखी मोक्षधाम में अनोखी चिता भस्म होली का पर्व.

Last Updated:March 12, 2025, 21:06 IST
Masan Holi 2025 : भीलवाड़ा के पंचमुखी मोक्षधाम में पिछले 17 वर्षों से चिता भस्म की होली खेली जाती है. इस अनोखी होली में भैरव नाथ की शोभायात्रा निकाली जाती है और भक्त दूर-दूर से आते हैं.X
भस्म होली खेलते भक्त
हाइलाइट्स
भीलवाड़ा में 17 वर्षों से चिता भस्म होली खेली जाती हैभैरव नाथ की शोभायात्रा में भक्त दूर-दूर से आते हैंपंचमुखी मोक्षधाम में आधी रात को होली मनाई जाती है
भीलवाड़ा – वैसे तो अपने उत्तर प्रदेश के काशी की चिता भस्म होली के बारे में तो सुना होगा लेकिन राजस्थान प्रदेश में एक ऐसा शहर भी है जहां शमशान में आधी रात को चिता भस्म की होली खेली जाती है. यह राजस्थान का इकलौता ऐसा शहर है जहां पर चीता और भस्म के साथ होली खेली जाती है. इतना ही नहीं शमशान के भैरव बाबा की पूरे श्मशान में शोभायात्रा निकाली जाती है. इस होली में शामिल होने के लिए दूर-दूर से भक्त पहुंचते हैं. यह होली अपने आप में बहुत खास और अनोखी है
भीलवाड़ा शहर के पंचमुखी मोक्षधाम स्थित 400 वर्ष प्राचीन मसानियां भैरव नाथ मंदिर में होली के पर्व पर पिछले 17 वर्षों से भस्म की होली खेली जाती है. जिसमें होली के पर्व पर आधी रात्री को मसानियां ढोल नगाड़ों के साथ भैरव नाथ की शमशान में शोभायात्रा निकाली जाती है. इस दौरान भारी संख्या में भक्त भी आते है और शोभायात्रा में चिता की भस्म को रंग-गुलाल की तरह उडा़कर भगवान भैरव नाथ के साथ होली खेली जाती है. इस होली में शामिल होने भीलवाड़ा शहर ही नहीं आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु आते है और मंदिर में दर्शन कर भस्म के होली खेलते हैं
पंचमुखी मोक्षधाम में स्थित मसानियां भैरव नाथ के पुजारी रवि कुमार ने कहा कि पिछले 17 वर्षों से पंचमुखी मोक्षधाम में शमशान होली का पर्व मनाया जाता है. देश में केवल 2 जगहों पर चिता भस्म की होली खेली जाती है. जिसमें बनारस के मणी कणिका घाट पर और काशी विश्वनाथ की नगरी में खेली जाती है इसी के तर्ज पर पंचमुखी धाम में भी सभी श्रद्धालुओं के द्वारा खेली जाती है. जिसमें होली का दहन वाली रात्री में सवा 11 बजे बाबा भैरवनाथ की पालकी निकलती है और सवा 12 बजे तक गाजे-बाजे के साथ चिता स्थल पर पहुंचती है. जहां कण्डों की होली जलाकर चिता भस्म से होली खेलकर आनंद लेते है. इसमें भीलवाड़ा ही नहीं अन्य जिलों से भी महिलाएं, बच्चे और युवा पहुंचते है.
दूर-दूर से होली में शामिल होने के लिए पहुंचते हैं लोग – मसानियां भैरव नाथ के दर्शन करने आए श्रद्धालु सौरभ कुमार ने कहा कि हर वर्ष हम चिता भस्म की होली खेलने सहपरिवार यहां पर आते है. पिछले 10 वर्षों से मैं यहां पर यह होली खेलने आ रहा हुं और बाबा भैरवनाथ हमारी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करते है.
Location :
Bhilwara,Rajasthan
First Published :
March 12, 2025, 21:06 IST
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उत्तर प्रदेश ही नहीं राजस्थान के इस शहर में भी शमशान में खेली जाती है चिता भस्म होली