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Vaibhav Suryavanshi phone call to his father: 200 रन भी बना लूं..पापा संतुष्ट नहीं होते, रिकॉर्ड शतक बनाने के बाद वैभव सूर्यवंशी ने पिता को लगाया फोन

Last Updated:November 15, 2025, 21:45 IST

Vaibhav Suryavanshi phone call to his father: वैभव सूर्यवंशी ने कहा कि उनके पिता संजीव सूर्यवंशी उनके प्रदर्शन से कभी खुश नहीं होते, भले ही वह 200 रन बना लें. 14 वर्षीय वैभव ने हाल ही में एशिया कप राइजिंग स्टार्स में किसी भारतीय द्वारा दूसरा सबसे तेज टी-20 शतक बनाया. वैभव ने यूएई के खिलाफ 144 रन बनाए. 200 रन भी बना लूं...पापा संतुष्ट नहीं होते, वैभव ने पिता को लगाया फोनवैभव सूर्यवंशी ने पिता को लेकर किया खुलासा.

नई दिल्ली. वैभव सूर्यवंशी का कहना है कि उनके पिता संजीव सूर्यवंशी उनसे कभी संतुष्ट नहीं होते, चाहे वह दोहरा शतक ही क्यों न जड़ दें. अपने करियर में तेजी से आगे बढ़ रहे सूर्यवंशी ने किसी भारतीय बल्लेबाज की ओर से ज्वॉइंट रूप से दूसरा सबसे तेज टी20 शतक जड़कर एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली. उन्होंने यह उपलब्धि एशिया कप राइजिंग स्टार्स 2025 में यूएई के खिलाफ इंडिया ए की ओर से खेलते हुए हासिल की.

14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) ने अपना शतक पूरा करने के लिए सिर्फ 32 गेंदों का सामना किया.उन्होंने भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत के 2018 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दिल्ली के लिए खेलते हुए बनाए गए शतक की बराबरी कर ली. सूर्यवंशी ने 42 गेंदों में 144 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें 11 चौके और 15 छक्के शामिल थे. इंडिया ए ने निर्धारित 20 ओवरों में 297 रनों का विशाल स्कोर बनाया. सूर्यवंशी के इस शानदार पारी के बाद बीसीसीआई ने वैभव का एक वीडियो शेयर किया जिसमें वह मैच के बाद अपने पिता संजीव सूर्यवंशी से फोन पर बात कर रहे थे. इस वीडियो में उनके पिता यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि वैभव जिस गेंद पर आउट हुए, उस पर छक्का लगा सकते थे. बाद में वीडियो में वैभव ने अपने पिता की उनसे बड़ी उम्मीदों के बारे में भी बताया.

‘वे कहते हैं कि मैं 10 रन और बना सकता था’बीसीसीआई द्वारा शेयर किए गए वीडियो में वैभव सूर्यवंशी ने कहा, ‘मेरे पिता मेरे प्रदर्शन से कभी संतुष्ट नहीं होते, चाहे मैं 200 रन भी बना लूं. फिर भी वे कहते हैं कि मैं 10 रन और बना सकता था. लेकिन मेरी मां मुझे बल्लेबाजी करते हुए देखकर हमेशा खुश होती हैं, चाहे मैं शतक बनाऊं या शून्य पर आउट हो जाऊं, वह बस यही कहती हैं, ‘अच्छा करते रहो.’

‘बैटिंग के दौरान कुछ भी अलग करने से बचता हूं’वैभव सूर्यवंशी ने क्रीज पर अपनी बल्लेबाजी के तरीके के बारे में भी बात की और बताया कि वह कुछ भी अलग करने से बचते हैं और अपना स्वाभाविक खेल खेलने की कोशिश करते हैं. वैभव ने 144 रन की पारी में 15 छक्के जड़ जो एक रिकॉर्ड है. वह इंडिया ए की ओर से सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज भी बन गए.

Kamlesh Raiचीफ सब एडिटर

करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से…और पढ़ें

करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से… और पढ़ें

Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

November 15, 2025, 21:45 IST

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200 रन भी बना लूं…पापा संतुष्ट नहीं होते, वैभव ने पिता को लगाया फोन

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