Veer Tejaji Sand Art by Ajay Rawat at Pushkar Fair 2025.

Last Updated:October 25, 2025, 08:09 IST
Pushkar Mela 2025: अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेला 2025 में सैंड आर्टिस्ट अजय रावत ने लोकदेवता वीर तेजाजी महाराज की 51 फीट ऊंची रेत की कलाकृति बनाकर देशी-विदेशी पर्यटकों का दिल जीत लिया है. इस भव्य कलाकृति को बनाने में एक लाख टन बालू मिट्टी का उपयोग हुआ. यह कलाकृति मेले का मुख्य आकर्षण बनी हुई है और राजस्थान की लोकसंस्कृति को विश्व पटल पर नई पहचान दिला रही है.
Pushkar Mela 2025: अजमेर के पवित्र नगर पुष्कर में चल रहा अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेला 2025 इस बार एक अद्भुत कलाकृति का साक्षी बन रहा है. मशहूर सैंड आर्टिस्ट अजय रावत ने इस बार रेतीले धोरों पर 51 फीट ऊंची लोकदेवता वीर तेजाजी महाराज की सैंड आर्ट (Sand Art) बनाकर देश-विदेश से आए पर्यटकों को चकित कर दिया है. यह विशाल कलाकृति मेले का मुख्य आकर्षण बन गई है और राजस्थान की संस्कृति को विश्व पटल पर एक नई पहचान दिला रही है.
अजय रावत ने अपनी इस विशाल कलाकृति के निर्माण की जानकारी देते हुए बताया कि इस कलाकृति को बनाने में उन्हें लगभग एक माह का समय लगा. यह कलाकृति कितनी भव्य है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके निर्माण में करीब एक लाख टन बालू मिट्टी और 22 टैंकर पानी का उपयोग किया गया है. यह कलाकृति सैंड आर्ट पार्क में बनाई गई है, जहाँ हर दिन हजारों पर्यटक इसे देखने आ रहे हैं और इसकी भव्यता की तारीफ कर रहे हैं.कलाकृति में झलकता है वीर तेजाजी का साहस और गौ-रक्षा का संदेश
सैंड आर्टिस्ट अजय रावत ने कहा कि उन्होंने इस कलाकृति के माध्यम से केवल एक मूर्ति नहीं बनाई है, बल्कि इसमें वीर तेजाजी महाराज के साहस, बलिदान और गौ-रक्षा के संदेश को जीवंत रूप में प्रदर्शित किया है. तेजाजी महाराज राजस्थान की मिट्टी में बसे एक ऐसे लोकदेवता हैं, जिनके प्रति लोगों की गहरी श्रद्धा है. अजय रावत की यह सैंड आर्ट लोकदेवता के प्रति श्रद्धा और कला का अद्भुत संगम पेश करती है.
देशी-विदेशी पर्यटक हो रहे मंत्रमुग्धअजय रावत ने बताया कि उनकी यह कला देशी ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी बेहद पसंद आ रही है. पर्यटक इस भव्य कलाकृति के सामने खड़े होकर इसे अपने कैमरे में कैद कर अपनी यादों में संजो रहे हैं. कई विदेशी पर्यटक इसे “सैंड वंडर ऑफ पुष्कर” कहकर संबोधित कर रहे हैं, जो इस कलाकृति के महत्व को दर्शाता है.
17 वर्षों से सैंड आर्ट के क्षेत्र में सक्रिय
अजय रावत पिछले 17 वर्षों से सैंड आर्ट बना रहे हैं, जिनमें से 11 वर्ष से पुष्कर मेला उनके कला प्रदर्शन का एक महत्वपूर्ण मंच रहा है. उन्हें उनकी अद्वितीय कला के लिए पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है. अजय रावत कहते हैं, “पुष्कर की रेत मेरे लिए सिर्फ मिट्टी नहीं, बल्कि मेरी अभिव्यक्ति का माध्यम है, जिसके जरिए मैं राजस्थान की संस्कृति को विश्व के सामने रखता हूँ.”
Location :
Pushkar,Ajmer,Rajasthan
First Published :
October 25, 2025, 08:09 IST
homerajasthan
Pushkar Mela 2025: रेत पर सजी वीर तेजाजी की 51 फीट मूर्ति…



