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Last Updated:October 25, 2025, 15:24 IST
Vegetables Price Hike: आलू, प्याज और टमाटर जैसी रोजमर्रा की सब्जियों के दामों में 30 से 60 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी ने आम लोगों की रसोई महंगी कर दी है. फल अब सस्ती और सब्जियां महंगी हो गई हैं. लोगों का बजट बिगड़ गया और घरेलू खर्चों पर दबाव बढ़ गया है.
सीकर. रसोई का बजट इस समय पूरी तरह से बिगड़ गया है. सब्जियों के दामों में अचानक आई तेजी ने आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. टमाटर, प्याज, आलू, भिंडी जैसी रोजमर्रा की सब्जियां अब फलों से भी महंगी बिक रही हैं. पिछले एक महीने में इनके दामों में 30 से 60 प्रतिशत तक का उछाल देखा गया है. खरीफ सीजन की बारिश ने सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है. खेतों में पानी भरने से कई सब्जियां सड़ गईं, जिससे बाजार में गुणवत्ता वाली सब्जियों की कमी हो गई.

इसके अलावा आपूर्ति घटने से खुदरा बाजारों में भाव लगातार बढ़ते जा रहे हैं. किसानों के अनुसार, नई फसल आने में अभी 10 से 15 दिन का समय और लगेगा. फिलहाल उपभोक्ताओं को महंगाई झेलनी पड़ रही है. घरेलू बजट में सबसे ज्यादा असर सब्जियों की कीमतों से हुआ है. रसोई का खर्च पहले से 25 से 30 प्रतिशत तक बढ़ गया है. वहीं, मंडियों में पुरानी फसल की कमी और नई फसल की देरी ने दामों पर दबाव बनाए रखा है. इस कारण आम आदमी का थाली पर खर्च बढ़ गया है.

खुदरा विक्रेता गिरधारी सैनी ने बताया कि खरीफ सीजन में हुई बारिश ने सब्जियों की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचाया है. कई फसलों में फफूंद लगने से किसानों को घाटा हुआ है. फिलहाल बाजार में मटर, मूली और मैथी जैसी सर्दी की सब्जियां दिखने लगी हैं, लेकिन शुरुआती दौर में इनके दाम काफी ऊंचे हैं, जिससे उपभोक्ताओं की पहुंच से बाहर हैं.

मंडी में सब्जियों की आपूर्ति धीरे-धीरे बढ़ रही है. विक्रेताओं के अनुसार, नवंबर के पहले हफ्ते से सर्दी की सब्जियों की आवक बढ़ेगी. इससे बाजार में दामों में 20 से 30 प्रतिशत की गिरावट आने की उम्मीद है. शुरुआती फसल की गुणवत्ता भी ठीक बताई जा रही है, जिससे आने वाले दिनों में राहत मिल सकती है.

सीकर मंडी में सब्जियों के मौजूदा भाव आसमान छू रहे हैं. अभी के भावों के अनुसार मटर 200 से 225 रुपए किलो, मूली 35 से 40, पालक 40 से 45, हरी हल्दी 80 से 90, टमाटर 40 से 45, हरी मिर्च 60 से 65, भिंडी 85 से 90, टिंडे 70 से 80 और लौकी 40 से 50 रुपए किलो बिक रही है. ये दाम पिछले साल की तुलना में काफी अधिक हैं.

विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान में गिरावट और नई फसल की शुरुआत से अगले महीने राहत के आसार हैं. सर्दी की सब्जियां जैसे मटर, गाजर, मूली और टमाटर की नई फसल आने से आपूर्ति बढ़ेगी. अगर मौसम अनुकूल रहा तो नवंबर के मध्य तक सब्जियों के भाव सामान्य हो सकते हैं और उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिलेगी.
First Published :
October 25, 2025, 15:24 IST
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रसोई हुई महंगी! आलू-प्याज-टमाटर की कीमतें छू रही आसमान



