vehicle theft cases in jaipur | सावधान! आपकी वाहन पर है चोरों की नजर, रखें पैनी नजर, जानें पूरा मामला
अगर आप घर के अंदर या बाहर अपना वाहन खड़ा करके सो रहे है तो सावधान हो जाइए। हो सकता है जब आप सुबह उठे तो आपका वाहन गायब मिले।
जयपुर
Updated: April 13, 2022 08:03:27 pm
अगर आप घर के अंदर या बाहर अपना वाहन खड़ा करके सो रहे है तो सावधान हो जाइए। हो सकता है जब आप सुबह उठे तो आपका वाहन गायब मिले। राजधानी जयपुर में वाहन चोर गिरोह सक्रिय है जो आपके वाहनों को पलक झपकते ही गायब करने का हुनर रखता है। शहर में एक दिन में सात से आठ वाहन चोरी हो रहे है। जयपुर शहर की बात करे तो महज पांच दिन में 50 वाहन चोरी हो चुके है। चुस्त दुरस्त गश्त व्यवस्था बताने वाली पुलिस भी वाहन को तलाशने में कोई रूचि नहीं दिखाती है। सीसीटीवी कैमरे उपलब्ध करवाने के बाद भी वाहन चोर पकड़ में नहीं आ रहे हैं।
सांकेतिक तस्वीर
चोरी की घटना को रोक पाने में विफल
पुलिस वाहन चोरी की घटनाओं को रोक पाने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। वाहन चोरों को पुलिस का कोई खौफ नहीं है, यही वजह है कि बदमाश दिन दहाड़े भी वारदात को अंजाम देने से नहीं हिचक रहे हैं। अगर मार्च महीने के माहवार तुलनात्मक स्थिति देखे तो वर्ष 2021 मार्च महीने में दुपहिया वाहन 429 चोरी हुए थे। वर्ष 2022 मार्च के महीने में 373 वाहन चोरी हो चुके है। इसी तरह अगर चौपहिया वाहनों की बात की जाए तो वर्ष 2021 मार्च महीने में 69 वाहन चोरी हुए जबकि मार्च 2022 में 54 वाहन चोरी हो चुके हैं। इसके अलावा अप्रेल महीने की बात की तो महज पांच दिनों में ही 50 वाहन चोरी हो चुके हैं। इनमें पूर्व जिले में 18, पश्चिम में 12,उत्तर में 8 और दक्षिण जिले में 12 वाहन चोरी हो चुके हैं।
गाड़ी चोरी नहीं हो जाए इसलिए नींद नहीं आती
महेश नगर में रहने वाले कैलाश खण्डेलवाल ने बताया कि उनकी कार घर के बाहर खड़ी रहती है। पड़ोस में बाइक चोरी हो गई थी। इसके बाद वह रात को भी उठकर कार को चैक करते रहते है। चोरी का आलम तो यह है कि पड़ोस में रहने वाले सीपी गुप्ता के घर के अंदर खड़ी साईकिल को ही चोर चुराकर ले गए थे। पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। इसके बाद भी पुलिस अभी तक चोरों को नहीं पकड़ पाई
80 हजार की बाइक बिकती है तीन हजार में
पुलिस ने कुछ समय पहले वाहन चोरों को पकड़ा था। पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि उनका पूरा जोर नई गाड़ियों को चुराने में रहता है। एक वाहन की कीमत पांच से सात हजार रुपए मिल जाती है। जबिक पुराने वाहन को तीन हजार रुपए में बेचते है। अगर नई गाड़ी की बात करे तो एक बाइक करीब 60 से 70 हजार रुपए में पड़ती है ऐसे में चोर खून पसीने की गाढ़ी कमाई को महज सात से आठ हजार रुपए में बेच रहे हैं। कई वाहन चोर तो कबाड़ी को महज औने पौने दामों में बेच देते हैं, ताकि चोरी के वाहन को जल्दी ठिकाने लगाया जा सके।
इनका कहना है
वाहन चोरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, कई शातिर वाहन चोर गिरोह पकड़े जा चुके है और उनसे बाइकों को भी बरामद किया गया हैं। पुलिस इस मामले में वाहन चोरों पर सख्ती करेगी।
एडिशनल कमिश्नर अजयपाल लांबा
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