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Video CPR trick save heart attack patient life know technique

Last Updated:April 09, 2025, 12:37 IST

जिम जाने वाले व्यक्ति और स्कूल में पढ़ने वाली छोटी बच्चियों के भी हार्ट अटैक के केस आए हैं. आगामी दिनों में यह समस्या और भी विकराल रूप ले सकती है. लेकिन अगर व्यक्ति को समय पर सीपीआर मिल जाए, तो जान बच सकती है.X
हार्ट
हार्ट अटैक के समय सीपीआर जरूरी 

हाइलाइट्स

सीपीआर से हार्ट अटैक के दौरान जान बचाई जा सकती है.सीपीआर देने के लिए मरीज को सपाट जगह पर लिटाएं.सीपीआर में कम्प्रेशन और माउथ-टू-माउथ वेंटिलेशन जरूरी है.

सीकर:- इन दिनों सोशल मीडिया पर हार्ट अटैक से मरने वालों की वीडियो काफी नजर आ रही है. खानपान और अस्त-व्यस्त जीवन शैली को इसका कारण बताया जा रहा है. सीकर के जैन सीपीआर केंद्र के डॉक्टर महावीर प्रसाद ने लोकल 18 को बताया कि बदलती जीवन शैली के कारण हष्ट-पुष्ट और एकदम स्वस्थ व्यक्ति को भी हार्ट अटैक कैसे आ रहे हैं.

जिम जाने वाले व्यक्ति और स्कूल में पढ़ने वाली छोटी बच्चियों के भी हार्ट अटैक के केस आए हैं. आगामी दिनों में यह समस्या और भी विकराल रूप ले सकती है. डॉक्टर महावीर प्रसाद ने बताया कि अगर व्यक्ति को समय पर सीपीआर मिल जाए, तो हार्ट अटैक से मौत से बचा जा सकता है. इस कारण घर के प्रत्येक व्यक्ति को सीपीआर देना आना चाहिए.

इस तरह दी जाती है सीपीआरसीपीआर केंद्र के डॉक्टर महावीर प्रसाद ने लोकल 18 को बताया कि अगर किसी परिवार के सदस्य या अन्य व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है, तो सबसे पहले मरीज को सपाट जगह पर लिटाए, उसके बाद सीने के बीचोंबीच एक अंगूठे पर दूसरा अंगूठा लगाकर जोर से कम्प्रेशन करना है कि कम-से-कम 10 सेंटीमीटर कम्प्रेशन बने, ताकि हार्ट दबे. साथ में माउथ-टू-माउथ वेंटिलेशन दें. ऐसा भी कर सकते हैं कि एक व्यक्ति कम्प्रेशन दे और दूसरा वेंटिलेशन. ये करते हुए तुरंत इमरजेंसी नंबर पर कॉल करके एंबुलेंस भी बुलाए. इस प्रक्रिया को तब तक दोहराना है, जब तक हार्ट फिर से काम करने लग जाए या एम्बुलेंस आ जाए.

सीपीआर देते समय इन बातों का रखें ध्यानसीपीआर केंद्र के डॉक्टर महावीर प्रसाद ने बताया कि एक मिनट में हार्ट को कम-से-कम 100 से 120 बार पंप करना है और 15 से 20 बार मुंह में सांस देनी है. व्यक्ति की मिनिमम हार्ट बीट 60 होनी चाहिए और हम हर मिनट में 12 से 18 बार सांस लेते हैं, तो इसी हिसाब से कम्प्रेशन भी देना है. कम्प्रेशन और माउथ-टू-माउथ वेंटिलेशन दोनों जरूरी है, क्योंकि मान लीजिए आप कम्प्रेशन के जरिए बॉडी में ब्लड तो पहुंचा रहे हैं. लेकिन उस ब्लड में ऑक्सीजन नहीं है, तो उसका कोई मतलब नहीं है. इसलिए ऑक्सीजन देना जरूरी है. इसके अलावा सीपीआर देते हुए बिल्कुल भी गैप नहीं होना चाहिए.

इस कारण आता है हार्ट अटैकडॉक्टर महावीर प्रसाद ने Local 18 को बताया कि हार्ट अटैक दो कारणों से आता है. पहला अपरिवर्तनीय, जैसे उम्र, आनुवांशिकता और लिंग. दूसरा परिवर्तनीय, जैसे मोटापा, धूम्रपान, कोलेस्ट्रॉल, जंक फूड, तनाव, नींद की कमी, शारीरिक निष्क्रियता, अनियंत्रित बीपी और शुगर. मोबाइल का अत्यधिक उपयोग भी इसका एक कारण हो रहा है. हार्टबीट रूकने पर सीपीआर एक जीवन रक्षक तकनीक है. इस तकनीक के जरिए व्यक्ति को पुनर्जीवन मिल सकता है.

Location :

Sikar,Rajasthan

First Published :

April 09, 2025, 12:37 IST

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CPR ही है वो तरीका, जिससे हार्ट अटैक के समय मरीज की बचाई जा सकती जान!

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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