बेंगलुरु जेल में कैदियों की पार्टी और VIP सुविधा का वीडियो वायरल

Bengaluru News: बेंगलुरु से एक हैरान करने वाली घटना का वीडियो सामने आया है. बेंगलुरु पुलिस ने परप्पना अग्रहरा सेंट्रल जेल के चार कैदियों के खिलाफ FIR दर्ज की है. इन चारों कैदी पर अभी मुकदमा चल रहा है. दरअसल, एक वीडियो वायरल हो गया था. इसमें यह सभी कैदी जेल की बैरक के अंदर नाचते दिख रहे थे. साथ ही वे कुछ ऐसी चीजों का इस्तेमाल कर रहे थे जो जेल में पूरी तरह प्रतिबंधित हैं.
यह वीडियो सोशल मीडिया के साथ-साथ कई टीवी चैनलों पर वायरल हो गया. पुलिस ने कैदियों के खिलाफ पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 42 और जेल अधिनियम, 2022 के तहत दर्ज किया गया है. आरोपियों की पहचान कार्तिक उर्फ जितरे पैट्रिक, धनंजय उर्फ रेनुकाप्रसाद, मंजूनाथ उर्फ कोली मंजा, और चारण राव के रूप में हुई है.
खतरनाक अपराधियों को VIP सुविधाएं
शिकायत खुद जेल के अधीक्षक इमामसाब मायागेरी ने की थी. उन्होंने बताया कि ये सब बैरक नंबर 8 के कमरा नंबर 7 में हुआ. बताया जा रहा है कि यह फुटेज एक मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड की गई थी, जिसमें कैदी नाच रहे थे और प्रतिबंधित चीजें इस्तेमाल कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक, वे शराब पी रहे थे और मांसाहारी खाना खा रहे थे. ये वीडियो 9 नवंबर 2025 को टीवी चैनलों पर दिखाया गया .
बेंगलुरु सेंट्रल जेल से शराब, पार्टी और मोबाइल फोन के उपयोग के नए वीडियो सामने आए हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि कर्नाटक में कांग्रेस के राज्य प्रायोजित संरक्षण के तहत इन खतरनाक अपराधियों को VIP सुविधाएं मिल रही हैं.
रिपोर्ट प्रस्तुत करने की तैयारी
जेल अधिकारियों ने पूरी जांच की मांग की है. उन्होंने यह सवाल किया हैं कि मोबाइल जेल के अंदर कैसे लाया गया? किसने वीडियो रिकॉर्ड किया? इसे बाहर कैसे भेजा गया और किसने इसे मीडिया को लीक किया? पुलिस ने घटना के बाद, जांच शुरू कर दी है. इस बीच, रान्या राव से संबंधित सोने की तस्करी के मामले में तीन अन्य कैदियों, तरुण राज, सीरियल किलर उमेश रेड्डी, और कथित ISIS भर्ती जुहाब हामिद शकील मन्ना से भी जेल के अंदर मोबाइल फोन के उपयोग के बारे में पूछताछ की गई.
साथ हीं, उनके बयान दर्ज किए गए. अधिकारियों ने आंतरिक जांच पूरी कर ली है और रिपोर्ट प्रस्तुत करने की तैयारी कर रहे हैं. आरोपी कैदियों ने कथित तौर पर खुलकर बताया कि वे जेल में मोबाइल इस्तेमाल करते थे और आराम से जिंदगी जी रहे थे.
कर्नाटक सरकार ने की कार्रवाई
इस पूरे मामले के बाद कर्नाटक सरकार ने कार्रवाई की. जेल अधीक्षक इमामसाब मायागेरी और एक सहायक अधीक्षक को ससपेंड कर दिया गया. मुख्य अधीक्षक के. सुरेशा का ट्रांसफर कर दिया गया.लीक हुए फुटेज में कथित तौर पर गंभीर अपराधी दिख रहे थे. इनमें एक आतंकवादी संदिग्ध, एक सीरियल रेपिस्ट और एक सोने का तस्कर शामिल थे.
बीजेपी ने इस वीडियो के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें एक आतंकवादी संदिग्ध, जो कथित तौर पर आईएसआईएस भर्ती से जुड़ा था, को जेल के अंदर फोन का उपयोग करते हुए दिखाया गया.



