Viral News: राजस्थान की यूनिवर्सिटी में गजब कारनामा! 100 अंकों का पेपर, मिल गए 137 मार्क्स

नई दिल्ली (MBM University Viral News). राजस्थान के जोधपुर स्थित मगनीराम बांगड़ मेमोरियल इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी (MBM) ने हाल ही में बीई सेकंड सेमेस्टर का रिजल्ट जारी किया था. लेकिन बात बस इतनी सी नहीं है. मामले में एक ट्विस्ट है. दरअसल, यूनिवर्सिटी रिजल्ट में एक ऐसा कारनामा हो दिया, जिसने न केवल स्टूडेंट्स को, बल्कि पूरे शैक्षणिक जगत को हैरान कर दिया. 7 अक्टूबर 2025 को जारी इस रिजल्ट में कई स्टूडेंट्स को 100 अंकों वाले विषयों में अधिकतम संभव अंकों से कहीं ज्यादा अंक दिए गए.
स्टूडेंट्स के होश तब उड़ गए, जब उन्होंने अपनी मार्कशीट पर 100 में से 103 से लेकर 137 अंक तक दर्ज देखे. यह गलती विशेष रूप से प्रैक्टिकल और सेशनल विषयों के 100 अंकों के पेपर्स में पाई गई. एक स्टूडेंट को तो इंजीनियरिंग मैकेनिक्स लैब में 100 में से 137 अंक और केमिस्ट्री लैब में 123 अंक तक मिले. इस ‘असंभव’ रिजल्ट ने भ्रम, शॉक और चिंता की स्थिति बना दी. इससे साफ पता चल रहा था कि रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया में बड़ी लापरवाही बरती गई है. अब यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.University Result Scam: तकनीकी गलती या प्रशासनिक लापरवाही?
इस बड़ी गड़बड़ी के सामने आते ही MBM विश्वविद्यालय प्रशासन तुरंत हरकत में आया. लगभग 800 छात्रों के परिणाम प्रभावित होने की पुष्टि के बाद यूनिवर्सिटी ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट रिजल्ट हटा दिया. एमबीएम के एग्जाम कंट्रोलर अनिल गुप्ता ने इस गलती का कारण परिणाम अपलोड करने के दौरान हुआ ‘टेक्निकल एरर’ बताया. उन्होंने स्पष्ट किया कि रिजल्ट तैयार करने और ऑनलाइन अपलोड करने का काम निजी एजेंसी को सौंपा गया था. अब उसी से इस चौंकाने वाली गड़बड़ी के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया है.
स्टूडेंट्स मान रहे हैं लापरवाही
छात्र संगठनों, उसमें भी विशेष रूप से नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने इसे केवल तकनीकी गलती मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने इसे प्रशासनिक लापरवाही करार देते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. छात्रों ने आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है, जब विश्वविद्यालय ने गलत मार्कशीट जारी की है. पहले भी परीक्षा परिणाम और अंक सुधार में लापरवाही के मामले सामने आ चुके हैं. कुलपति ने इस मामले में जांच और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
इन विषयों के रिजल्ट में भारी गड़बड़
बीई सेकंड सेमेस्टर (मैकेनिकल) के परिणामों में यह विसंगति देखने को मिली:
प्रभावित छात्र संख्या: लगभग 800 छात्र रिजल्ट में गलती से प्रभावित हुए.
अंक सीमा: 100 अंकों के प्रैक्टिकल/सेशनल विषयों में छात्रों को 103 से 137 के बीच अंक दिए गए.
उदाहरण: एक छात्र को ‘इंजीनियरिंग मैकेनिक्स लैब’ में 137/100 और ‘केमिस्ट्री लैब’ में 123/100 अंक मिले.
कुल अंकों की गड़बड़ी: मार्कशीट में छात्रों के कुल अंकों का जोड़ भी गलत दर्शाया गया. उदाहरण- एक छात्र के विषयवार अंकों का योग 675/600 बन रहा था, जबकि मार्कशीट में कुल योग 219 दर्शाया गया था.
यूनिवर्सिटी का रिएक्शन
परीक्षा नियंत्रक अनिल गुप्ता ने इस पूरी गड़बड़ी के लिए ऑनलाइन रिजल्ट अपलोडिंग के दौरान हुई तकनीकी त्रुटि को जिम्मेदार ठहराया. समस्या सामने आते ही विश्वविद्यालय ने तुरंत परिणाम वेबसाइट से हटा लिया और ऑनलाइन सेल को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा. विश्वविद्यालय ने छात्रों को आश्वासन दिया कि त्रुटियों को सुधार लिया गया है और संशोधित परिणाम जल्द ही वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा (संशोधित परिणाम शनिवार को प्रकाशित किया गया).