Sports

जो शुभमन गिल के साथ हुआ उसका शिकार विराट कोहली ना बन जाएं, सामने आई बड़ी मुश्किल, टूट सकता है सपना

नई दिल्ली. इंडियन प्रीमियर लीग के एक और सीजन में विराट कोहली अपनी पहली ट्रॉफी के इंतजार में खेलने उतरे लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा. लगातार छह हार ने उसके प्लेऑफ की राह मुश्किल कर दी. पिछले 5 मैच में टीम ने जीत का परचम लहराते हुए जबरदस्त वापसी की और अंतिम चार में पहुंचने की उम्मीदों को जिंदा रखा. चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ करो या मरो के मैच में आरसीबी को उतरना है. इस मैच में बड़ी जीत टीम को अगले दौर में पहुंचा सकती है लेकिन उसके सामने एक और चुनौती है जिसने इस सीजन शुभमन गिल का सपना तोड़ा.

शनिवार की शाम चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच मुकाबले के बाद प्लेऑफ की तस्वीर साफ हो जाएगी. कोलकाता नाइटराइडर्स, राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने अपनी जगह अगले दौर में पक्की कर ली है. प्लेऑफ की चौथी टीम का नाम आरसीबी और चेन्नई के बीच मैच के बाद सामने आ जाएगा. महेंद्र सिंह धोनी की टीम को यहां सिर्फ जीत चाहिए जबकि विराट कोहली की टीम को 18 या इससे ज्यादा रन से मैच जीतना होगा. लक्ष्य का पीछा करते हुए 18 ओवर में जीत दर्ज करनी होगी.

शुभमन गिल जैसा ना हो जाए विराट का हार इस सीजन प्लेऑफ की दौड़ में जाना की हल्की सी उम्मीद लेकर कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ उतरी गुजरात टाइटंस बिना मैच खेले ही बाहर हो गई. इस मुकाबले को बारिश की वजह से नहीं खेला जा सका. दोनों टीमों में एक-एक अंक बांटे गए और शुभमन के प्लेऑफ की उम्मीद पूरी तरह से खत्म हो गई. अब ऐसा ही कुछ विराट कोहली के साथ भी हो सकता है. चेन्नई के खिलाफ मैच पर बारिश का साया है और मैच रद्द हुआ तो आरसीबी बिना खेले ही बाहर हो जाएगी.

क्या टूट जाएगा विराट कोहली का सपना साल 2013 में विराट कोहली को आरसीबी की कमान सौंपी गई थी. कप्तानी हासिल करने के बाद से बतौर बल्लेबाज उनका प्रदर्शन कमाल का रहा है लेकिन अब तक एक भी ट्रॉफी नहीं जीत पाए. 2021 यानी आईपीएल 14 में इस धुरंधर ने आरसीबी की कप्तानी छोड़ने की घोषणा की थी. आरसीबी की कप्तानी करते हुए 140 मैच में से विराट ने टीम को 60 मैच में जीत दिलाई जबकि 70 मैच में हार का सामना किया. इस दौरान टीम 2016 में टीम फाइनल में पहुंची लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ उसे हार का सामना करना पड़ा.

FIRST PUBLISHED : May 18, 2024, 07:38 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj