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Waste Coconut Craft Business Success Goa

Last Updated:October 18, 2025, 10:56 IST

Success Business: गोवा की सोनाली सेलगांवकर और उनके पति ने वेस्ट नारियल के खोल से 100 से अधिक प्रकार के क्राफ्ट प्रोडक्ट्स बनाए और अपने बिजनेस को सफल बनाया. लैंप, कैंडल स्टैंड, ट्रे और प्लांटर जैसे ये आइटम्स उन्हें अच्छी खासी कमाई दे रहे हैं. शून्य से शुरू हुए इस व्यवसाय से अब 20 लोगों को रोजगार मिल रहा है, जो पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दे रहा है.

बीकानेर: नारियल का पानी और अंदरूनी सफेद भाग (मांस) तो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन अक्सर लोग इसके कठोर खोल (Shell) को बेकार समझकर फेंक देते हैं. ऐसे में, गोवा की रहने वाली सोनाली सेलगांवकर और उनके पति ने इसी वेस्ट नारियल को अपना कच्चा माल बनाया और एक सफल क्राफ्टिंग बिजनेस शुरू कर दिया, जो अब पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आत्मनिर्भरता का भी प्रतीक बन गया है.

सोनाली सेलगांवकर बताती हैं कि उन्होंने पिछले 30 सालों से नारियल के खोल से विभिन्न क्राफ्ट प्रोडक्ट्स बनाए हैं. उनकी क्रिएटिविटी कमाल की है, और उनके उत्पादों को देखकर लोग अक्सर हैरान रह जाते हैं, क्योंकि उन्हें देखकर अंदाजा नहीं लगता कि ये वस्तुएं एक साधारण नारियल के खोल से बनी हैं.
100+ वैरायटी: उनके प्रोडक्ट्स में अगरबत्ती स्टैंड, कैंडल स्टैंड, ट्रे, वाटर बोतल, प्लांटर (गमला), पेन होल्डर, लैंप सहित 100 से ज्यादा क्वालिटी और डिज़ाइन शामिल हैं.
कलात्मकता: हर प्रोडक्ट में बारीक नक्काशी और फिनिशिंग होती है, जो उनकी मेहनत और कलात्मकता को दर्शाती है.

व्यवसाय की शुरुआत, संघर्ष और विकास
यह दंपति शुरुआत में ज्यादा से ज्यादा पेड़ से गिरे नारियल के खोल का उपयोग करते थे, जिन्हें अन्यथा कूड़ा मान लिया जाता था. धीरे-धीरे इस छोटे आइडिया को उन्होंने एक व्यवस्थित सफल बिजनेस में बदल दिया.
कीमत: नारियल से बने इन आकर्षक आइटम की कीमत 50 रुपए से लेकर 3 हजार रुपए तक होती है. कुछ खास लैंप और बड़े सजावटी पीस ग्राहकों में काफी लोकप्रिय हैं, जिनकी कीमत अधिक होती है.
शून्य से सफर: सोनाली बताती हैं कि उनके पति के पास पहले कोई काम नहीं था. उन्होंने मिलकर यह बिजनेस शुरू किया. शुरू में उनके पास कोई पूंजी या संसाधन नहीं था, लेकिन अब उनकी मेहनत का परिणाम है कि 20 लोगों की टीम उनके साथ काम कर रही है और उन्हें भी स्थायी रोजगार मिल रहा है.

मेहनत, क्रिएटिविटी और उत्पादन क्षमतायह क्राफ्टिंग का काम समय और धैर्य मांगता है. दंपति का कहना है कि एक आइटम को पूरी तरह से तैयार होने में 5-6 घंटे तक लग जाते हैं, क्योंकि इसमें कटिंग, शेपिंग, पॉलिशिंग और फिनिशिंग का काम शामिल होता है.

वे एक दिन में लगभग 10 प्रोडक्ट्स तैयार कर पाते हैं.

दंपति का कहना है कि हर प्रोडक्ट में उनकी मेहनत और क्रिएटिविटी दोनों समाहित होती हैं, इसलिए ग्राहक उनके उत्पादों को पसंद करते हैं.

प्रेरणा और सफलता: वेस्ट को बेस्ट बनानासोनाली और उनके पति की कहानी यह दिखाती है कि छोटी सी चीज़ या अपशिष्ट से भी बड़ा और लाभकारी बिजनेस खड़ा किया जा सकता है. उन्होंने वेस्ट नारियल को न सिर्फ पुनः उपयोग (Recycle) में लाया, बल्कि इसे एक लाभकारी व्यवसाय में बदलकर पर्यावरण और समाज दोनों को लाभ पहुँचाया. यह कहानी उन सभी लोगों के लिए एक बड़ी प्रेरणा है जो कम संसाधनों में अपना उद्यम शुरू करना चाहते हैं.

Location :

Bikaner,Bikaner,Rajasthan

First Published :

October 18, 2025, 10:56 IST

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वेस्ट नारियल से बना दिया बड़ा बिजनेस… अब बन गया लाखों की कमाई का जरिया!

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