WATER SUPPLY DEPARTMENT JAIPUR DRINKING WATER PROJECT – Jaipur Drinking Water Project धरातल पर पहुंचे एसीएस तो अधूरे मिले काम

राजधानी में चल रहे पेयजल प्रोजेक्ट (Jaipur Drinking Water Project) की धीमी गति को लेकर फिर जलदाय विभाग (Water supply department) के एसीएस सुधांश पंत ने अधिकारियों को फटकार लगाई। एसीएस ने पहले अधिकारियों की प्रोजेक्ट को लेकर समिक्षा बैठक ली, इसके बाद मौके पर पहुंच काम की गति को देखा। धरातल पर काम की गति धीमी मिली तो इंजीनियरों को फटकार लगाई।

Jaipur Drinking Water Project धरातल पर पहुंचे एसीएस तो अधूरे मिले काम
— अफसरों को लगाई फटकार, पेयजल प्रोजेक्ट लेट तो होगी कार्रवाई
जयपुर। राजधानी में चल रहे पेयजल प्रोजेक्ट (Jaipur Drinking Water Project) की धीमी गति को लेकर फिर जलदाय विभाग (Water supply department) के एसीएस सुधांश पंत ने अधिकारियों को फटकार लगाई। एसीएस ने पहले अधिकारियों की प्रोजेक्ट को लेकर समिक्षा बैठक ली, इसके बाद मौके पर पहुंच काम की गति को देखा। धरातल पर काम की गति धीमी मिली तो इंजीनियरों को फटकार लगाई। वहीं दांतली गांव में जल जीवन मिशन के काम को देखा, यहां खुद एसीएस ने पानी की गुणवत्ता को जांचा।
एसीएस सुधांश पंत ने पहले जल भवन में इंजीनियरों की बैठक ली। इसके बाद तीन घंटे तक राजस्थान विश्वविद्यालय, खो नागोरियान प्रोजेक्ट के साथ जयपुर शहर की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था को देखा। राजस्थान विवि में दो साल में पेयजल प्रोजेक्ट को लेकर टंकी का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर अधिकारियों को फटकार लगाई। इसके बाद वे खो नागोरियान पेयजल पोजेक्ट का दौरा करने पहुंचे, यहां धरातल पर काम की गति धीमी मिली तो अधिकारियों को तय समय यानी अक्टूबर तक ही काम पूरा करने के निर्देश दिए, साथ ही कहा कि समय पर काम पूरा नहीं हुआ तो कार्रवाई के लिए तैयार रहे। आमेर, जामडोली, खो नागोरियान और जगतपुरा प्रोजेक्ट को लेकर प्रोजेक्ट विंग के इंजीनियरों को तय समय पर काम पूरा करने के निर्देश दिए। इसके बाद वे दांतली गांव पहुंचे और वहां उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत चल रहे पेयजल प्रोजेक्ट का जायजा लिया। यहां उन्होंने खुद किट निकालकर पानी की गुणवत्ता को जांचा। उन्होंने अधिक्षण अभियंता राजेश पूनिया से कहा कि टंकी बनाने से क्या होगा। जल्द से जल्द पेयजल कनेक्शन जारी किए जाएं।