साढ़े 3 किलो सोना, डेढ़ लाख से बनी बरी पहनी…इस पर सवार होकर चमक-दमक से निकली गवर मात्रा की रथ यात्रा

Last Updated:April 01, 2025, 20:52 IST
Jodhpur News : गवर माता को साढ़े तीन किलो स्वर्णाभूषण और डेढ़ लाख की चांदी से सुसज्जित किया गया. 72 साल की परंपरा के तहत लोहिया परिवार ने श्रृंगार किया. 6 अप्रैल को राज गणगौर की सवारी मेहरानगढ़ आएगी.X
गवर माता की सवारी
हाइलाइट्स
गवर माता को साढ़े तीन किलो स्वर्णाभूषण से सजाया गया72 साल की परंपरा के तहत लोहिया परिवार ने श्रृंगार किया6 अप्रैल को राज गणगौर की सवारी मेहरानगढ़ आएगी
सुहाग की लंबी उम्र और सौभाग्य का प्रतीक गवर माता सोमवार को गाजे-बाजे के साथ पीहर पहुंची. गवर माता को साढ़े तीन किलो स्वर्णाभूषणों से सुसज्जित किया गया और डेढ़ लाख रुपए की चांदी से बनी बरी पहनाई गई. 12 श्रद्धालुओं द्वारा लाई गई पोशाकों में चयन कर श्रृंगारित करने की प्रक्रिया में तीन दिन लगे. 72 साल की परंपरा का पालन करते हुए लोहिया परिवार की मुखिया शांतिदेवी के साथ श्याम सुषमा लोहिया, अंकिता झंवर, नमिता लोहिया सहित महिलाओं ने गवर माता का श्रृंगार किया.
गवर माता को चांदी के तार और कोलकाता की कारीगरी से सुसज्जित बरी धारण करवाई गई, साथ ही बोर, हथफूल, तिमणियां, रामनवमी, पाटला, चूड़ी, घोरखु, कंदोरा, हीरा पट्टी, मुकुट, बाजुबंद सहित स्वर्णाभूषण धारण करवाए गए. गवर माता की पहली तस्वीर को सभी ने अपने मोबाइल में कैद किया. गवर माता की शोभायात्रा सिरे बाजार शाही लवाजमें के साथ निकली और घंटाघर पहुंची. वहां से जल ग्रहण कर पुनः पीहर राखी हाउस में विराजमान हो गई. गवर माता भोलावणी तक दर्शनार्थ विराजित रहेंगी.
6 अप्रैल को राज गणगौर की सवारी मेहरानगढ़ आएगी. मेहरानगढ़ दुर्ग के नागणेचिया माता मंदिर में सोमवार तीज को राज गणगौर की विशेष श्रृंगार के साथ पूजा की गई, जिसमें पूर्व महारानी हेमलता राजे और युवरानी गायत्री राजे ने पूजा की. महाराजा उमेद सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट के सचिव कल्याण सिंह राठौड़ ने बताया कि मुहूर्त के अनुसार पंडित ललित त्रिवेदी, पंडित अश्वनी व्यास, अश्वनी दवे, सुरेश व्यास व भगवान सिंह राजपुरोहित ने पूजा करवाई. 6 अप्रैल को राज गणगौर की सवारी किले के नागणेचिया माता मंदिर से रानीसागर तालाब के लिए रवाना होगी. पूर्व राजपरिवार की महिलाएं पहले पूजा-अर्चना करेंगी, फिर रानीसागर तालाब पर पूर्व नरेश गजसिंह की ओर से जल अर्पण किया जाएगा.
जोधपुर में भीतरी शहर के खांडा फलसा, गादियों की गली, कुम्हारियां का कुआं, आडा बाजार, राखी हाउस सहित कई स्थानों पर गवर ईसर को दर्शनार्थ विराजित किया गया, जो 7 अप्रैल तक विराजित रहेंगे। सोमवार को माहेश्वरी महिला मंडल पश्चिम क्षेत्र की ओर से 19वें भव्य सामूहिक उद्यापन का आयोजन किया गया, जिसमें 45 महिलाओं ने सामूहिक उद्यापन करते हुए पूजन किया.
Location :
Jodhpur,Rajasthan
First Published :
April 01, 2025, 20:52 IST
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साढ़े 3 किलो सोना, डेढ़ लाख से बनी बरी पहनी…ऐसे यात्रा पर निकली गवर माता