| Pushkar Fair 2025 Inauguration with 101 Nagadas and Diya Kumari

Last Updated:October 31, 2025, 10:04 IST
Pushkar Mela 2025 Inauguration: राजस्थान के अजमेर जिले की ब्रह्मा नगरी पुष्कर में विश्वप्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले का भव्य शुभारंभ हुआ. डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने मेला मैदान में ध्वजारोहण कर मेले की शुरुआत की. मेले के इतिहास में पहली बार 101 नगाड़ों की थाप के साथ उद्घाटन हुआ, जिसने पूरे मैदान को गूंजा दिया. प्रसिद्ध नगाड़ा वादक नाथूराम सोलंकी और उनकी टीम की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
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अजमेर. ब्रह्मा नगरी पुष्कर में सोमवार को विश्वप्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले का विधिवत शुभारंभ हुआ. राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने मेला मैदान में ध्वजारोहण कर मेले की औपचारिक शुरुआत की. इस दौरान, उन्होंने मेले में जुटे देश-विदेश के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को संबोधित करते हुए कहा कि पुष्कर मेला हमारी समृद्ध संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि सरकार इस मेले को वैश्विक स्तर पर और अधिक पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है. जैसे ही ध्वज फहराया गया, पूरा मेला मैदान जयघोष और उत्साह से गूंज उठा, जिसने सात दिवसीय उत्सव की शुरुआत का शानदार संकेत दिया.
इस वर्ष के मेले में एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज किया गया. उद्घाटन समारोह के दौरान पहली बार 101 कलाकारों ने एक साथ नगाड़ों की थाप दी, जिससे पूरा मेला मैदान थर्रा उठा और एक अविस्मरणीय ध्वनि उत्पन्न हुई. अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नगाड़ा वादक नाथूराम सोलंकी और उनकी टीम ने अपनी दमदार और जोशीली प्रस्तुति से कार्यक्रम में जान डाल दी. नगाड़ों की यह गगनभेदी थाप केवल एक संगीत प्रस्तुति नहीं थी, बल्कि यह लोक कला और संस्कृति के प्रति गहरी आस्था और सम्मान का प्रदर्शन थी. यह पल पुष्कर मेले के इतिहास में एक यादगार क्षण बन गया, जिसे देखने के लिए भारी संख्या में स्थानीय लोग और पर्यटक मौजूद थे.
विदेशी युवतियों ने बजाए नगाड़े- संस्कृति का वैश्विक संगमकार्यक्रम की एक विशेष और मनमोहक झलक रही विदेशी युवतियों की भागीदारी, जिन्होंने पारंपरिक राजस्थानी पोशाक पहनकर नगाड़ा बजाया. उनके इस प्रदर्शन ने भारतीय लोक संस्कृति और वैश्विक पहचान का सुंदर संगम पेश किया. विदेशी पर्यटकों का इस तरह से भारतीय संस्कृति को आत्मसात करना दर्शकों के बीच उत्साह का कारण बना और उन्होंने इस दृश्य का तालियों के साथ स्वागत किया. यह दिखाता है कि पुष्कर मेला वास्तव में एक अंतर्राष्ट्रीय मंच है, जहां विभिन्न संस्कृतियों का आदान-प्रदान होता है.
30 अक्टूबर से 5 नवंबर तक रहेगा आयोजनइस वर्ष पुष्कर मेले का आयोजन 30 अक्टूबर से 5 नवंबर 2025 तक किया जा रहा है. सात दिनों तक चलने वाले इस मेले में पशु व्यापार, सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं, लोकनृत्य और मेलों का अनूठा संगम देखने को मिलेगा. मेला अपने चरम पर 4 नवंबर (कार्तिक पूर्णिमा) को पहुंचेगा, जब पवित्र पुष्कर सरोवर में स्नान का विशेष धार्मिक महत्व होता है. इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां जुटते हैं.
कैसे पहुंचे पुष्कर?यदि आप भी इस रंगीन मेले का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो अजमेर रेलवे स्टेशन पुष्कर से केवल 15 किलोमीटर दूर है. निकटतम हवाई अड्डा किशनगढ़ (65 किमी) है, जबकि जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लगभग 150 किमी की दूरी पर स्थित है.
Location :
Pushkar,Ajmer,Rajasthan
First Published :
October 31, 2025, 10:04 IST
ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा- जब 101 नगाड़ों की थाप से गूंज उठा पूरा…



