Weather Today News: गर्मी मचाएगी तबाही या बारिश देगी राहत, गुजरात से बंगाल-दिल्ली तक कैसा रहेगा मई का मौसम?

नई दिल्ली. देश के अधिकांश भागों में मई के महीने में सामान्य से अधिक और अधिकतम तापमान रहने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार मई महीने के दौरान दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश भागों और पूर्वोत्तर भारत के कुछ भागों को छोड़कर शेष हिस्सों में सामान्य से नीचे अधिकतम तापमान रहने की संभावना है.
मई के दौरान पूरे देश में सामान्य से अधिक न्यूनतम तापमान रहने की संभावना जताई गई है. मई के दौरान दिन के समय में गंगा के मैदानों, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश भागों में सामान्य से अधिक हीट वेव रहने की आशंका जताई गई है.
राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और गुजरात, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और उससे सटे तेलंगाना और उत्तरी कर्नाटक के कुछ भागों में हीट वेव की संख्या सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
पूरे देश में औसत वर्षा सामान्य से अधिक (दीर्घावधि औसत/एलपीए का 109% से अधिक) रहने की संभावना है. देश के अधिकांश भागों में सामान्य से अधिक वर्षा होने की आशंका है, जिससे गर्मी का असर कुछ होगा. उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य भारत, पूर्वोत्तर भारत और पूर्वी मध्य भारत के कुछ भागों को छोड़कर शेष हिस्सों में सामान्य से नीचे वर्षा होने की संभावना है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा के इलाकों में उष्ण लहर वाले दिनों की संख्या सामान्य से एक से चार दिन अधिक रहने की उम्मीद है. गुजरात, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, समीपवर्ती तेलंगाना और उत्तरी कर्नाटक के कुछ क्षेत्रों में भी उष्ण लहर के दिन सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
सामान्यतः दक्षिण-पश्चिमी प्रायद्वीपीय भारत को छोड़कर देश के विभिन्न भागों में मई में एक से तीन दिन तक उष्ण लहर चलती है. महापात्र ने कहा कि उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है.
उत्तर भारत में वर्षा सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद है, जो 64.1 मिमी की दीर्घकालिक औसत से 109 प्रतिशत ज्यादा होगी है. उन्होंने कहा कि मई में गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है जिससे तापमान मई 2024 के स्तर तक पहुंचने से रुकेगा.
आईएमडी महानिदेशक ने बताया कि अप्रैल में देश में 72 उष्ण लहर वाले दिन दर्ज किए गए. राजस्थान और गुजरात में सामान्य से अधिक उष्ण लहर वाले दिन (6 से 11 दिन) दर्ज किए गए. जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश और विदर्भ में इनकी संख्या (4 से 6 दिन) सामान्य दो से तीन दिन से अधिक रही. पूर्व-मध्य भारत, महाराष्ट्र और उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत के समीपवर्ती भागों में एक से तीन दिन तक उष्ण लहर दर्ज की गई, जो सामान्य दो से तीन दिनों से थोड़ी कम थी.