West Bengal SIR Election Commission Mamata Banerjee Govt Transfers 527 Officers In 24 Hours | 24 घंटे में 527 अफसरों का ताबड़तोड़ ट्रांसफर, SIR 2.0 से पहले ममता सरकार ने कर दिया ‘खेला’?

Last Updated:October 27, 2025, 23:43 IST
West Bengal SIR: पश्चिम बंगाल में SIR शुरू होने से पहले ममता सरकार ने 527 अफसरों का ट्रांसफर किया है. बीजेपी ने इसे ‘फेक वोट हटने का डर’ करार दिया तो TMC ने इसे रूटीन कार्रवाही बताया है.
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (File Photo : PTI)कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग की SIR एक्सरसाइज शुरू होने से कुछ घंटे पहले ही ममता बनर्जी सरकार ने 527 अफसरों की ताबड़तोड़ तबादला लिस्ट जारी कर दी. आंकड़ा हैरत में डालने वाला है. क्योंकि इसमें 61 IAS और 460 से ज्यादा WBCS अफसर शामिल हैं. कई जिलों के DM बदल दिए गए. कई बड़े पदों के चेहरों की जगह नए अधिकारियों को बिठा दिया गया. ट्रांसफर ऑर्डर 24 अक्टूबर को डेटेड हैं. मगर इन्हें वेबसाइट पर दो फेज में अपलोड किया गया. पहला हिस्सा EC की प्रेस ब्रीफिंग से पहले और दूसरा उसके बाद. यही राजनीति की चिंगारी बन गया. BJP इसे ‘फेक वोटर हटने के डर का खेल’ बता रही है. TMC इसे साल भर का रूटीन समझा रही है. SIR यानी Special Summary Revision का शेड्यूल तय है. मगर इस तूफान के बाद सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या ममता सरकार बैकरूम स्ट्रैटेजी में लगी है.
क्या चुनावी तैयारी या सत्ता का दांव-पेच?SIR 2.0 के तहत वोटर्स लिस्ट मंगलवार सुबह 12 बजे से फ्रीज हो जाएगी. SIR 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगी. 9 दिसंबर को ड्राफ्ट रोल आएगा. 7 फरवरी को फाइनल रोल जारी होगा. यानी एक महीने में डिलीट होंगे फेक वोटर्स और जुड़ेंगे असली वोटर्स. ऐसे में चुनाव से जुड़ी हर कुर्सी अहम. जिला स्तर से लेकर ब्लॉक लेवल तक अफसर SIR के असली एक्सीक्यूटर्स हैं.
इसी बात को लेकर BJP को शक है. उसका कहना है कि TMC इस एक्सरसाइज से डर गई है. क्योंकि फर्जी वोट कटने पर उसका वोट बैंक सिकुड़ सकता है. BJP नेताओं का कहना है कि ‘ममता जी को SIR पूरा होते ही आसार दिख रहे हैं कि TMC के लिए मुश्किल बढ़ने वाली है. इसीलिए आखिरी मिनट में इतनी भारी ट्रांसफर लिस्ट निकाली गई. ताकि SIR की प्रक्रिया को गड़बड़ाया जा सके’.
TMC की दलील. ‘रूटीन ट्रांसफर’. विपक्ष कहे तो हम क्या करें
TMC की तरफ से इसे बिलकुल साधारण बताया जा रहा है. उनका कहना है कि ‘ट्रांसफर एक नॉर्मल प्रक्रिया है. हर साल होती है. इसे SIR से जोड़ना राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश है’. TMC IT सेल के प्रभारी का तंज है कि विपक्ष का काम अब केवल आरोपों की मशीन बनना है. मगर सवाल यह रह जाता है. जब EC कह चुका है कि शेड्यूल तय होते ही किसी भी ट्रांसफर के लिए आयोग की मंजूरी जरूरी होगी. तब इतनी जल्दबाजी क्यों.
14 जिलों के कलेक्टर बदले, कई बड़े पदों पर अदला-बदली
सबसे बड़ी हलचल जिलों में दिखी है. 14 DM रिजफ्ल किए गए. नॉर्थ 24 परगना, मुर्शिदाबाद, बीरभूम, पुरुलिया, कूच बिहार, दार्जिलिंग, मालदा, जहरग्राम, मिदनापुर, हुगली, दक्षिण दिनाजपुर जैसे अहम जिलों में टॉप आफिसर बदले गए. कई स्पेशल सेक्रेटरी और कमिश्नर भी शिफ्ट कर दिए गए. मतलब मैदानी प्रशासन को नई कमान मिल गई है. और वही SIR का असली फ्रंट लाइन है.
बंगाल के CEO ने मंगलवार को सभी दलों की मीटिंग बुलाई है. मतलब चुनाव आयोग भी हर कदम पर नजर रखे हुए है.
Deepak Verma
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak’s journey began with print media and soon transitioned towards digital. He…और पढ़ें
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Kolkata,West Bengal
First Published :
October 27, 2025, 23:17 IST
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24 घंटे में 527 अफसरों का ट्रांसफर, SIR 2.0 से पहले CM ममता ने कर दिया ‘खेला’?



