एक कॉल की कीमत तुम क्या जानों..! कभी पेड़ तो कभी पहाड़ी पर चढ़ते हैं आप तो 5G में बैठे हो…

Last Updated:April 06, 2025, 14:02 IST
Network Problem In Villages : दौसा के सर्र गांव में नेटवर्क और चिकित्सा सुविधाओं का अभाव है. बीएसएनएल का टावर लगा है पर चालू नहीं हुआ. इमरजेंसी में कॉल करना मुश्किल है और सड़कें भी खराब हैं.X
सर्र गांव में बना अस्पताल
हाइलाइट्स
दौसा के सर्र गांव में नेटवर्क की कमी है.बीएसएनएल का टावर लगा पर चालू नहीं हुआ.इमरजेंसी में कॉल करना मुश्किल है.
दौसा : बिना नेटवर्क और इंटरनेट के आज के दौर में जीवन की कल्पना करना थोड़ा मुश्किल है…जमाना 5जी पर शिफ्ट हो गया है लेकिन राजस्थान जिले के दौसा के कुछ गांवों में नेटवर्क तक की सुविधा नहीं है. यहां लोग बात करने के लिए ऊंचाई का सहारा लेते हैं. हम बात कर रहे हैं, दौसा जिले के सिकराय विधानसभा क्षेत्र के सर्र गांव की. यहां अभी भी कई सुविधाओं का टोटा है और यहां के लोग उन सुविधाओं के लिए 20 से 25 किलोमीटर दूर जाते हैं, यहां ना तो चिकित्सा की सुविधा है ना ही अभी तक नेटवर्क सुविधा उपलब्ध हो पाई है.
दौसा जिले के सर्र गांव में सुविधाओ का अभाव हैं, जिससे लोगों को परेशानियां हो रही हैं. इस गांव में आज तक नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध नहीं है यहां के लोग या तो नीम के पेड़ों पर या मकान की छतों पर या पहाड़ी पर चढ़कर अपने परिजनों से या किसी रिश्तेदार से या इमरजेंसी की जानकारी देते हैं, यहां के लोग नेटवर्क का कॉल करने के लिए इंतजार करते हैं यहां के लोगों का कहना है कि यह पढ़ाई ऑनलाइन नहीं होती.
BSNL का टावर लगा पर अब तक चालू नहींबुजुर्ग ने बताया कि यहां अभी बीएसएनल के द्वारा टावर तो लगा दिया गया है लेकिन चालू नहीं किया गया है. टावर स्ट्रक्चर काफी समय पहले लगा दिया था लेकिन उसका इंतजार चालू होने का है अगर यह चालू हो जाएगा तो हमारे बच्चों को भी सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. यहां की महिलाओं का कहना है कि बीएसएनएल कंपनी के द्वारा टावर लगाए हुए काफी समय हो गया है लेकिन उसे चालू नहीं किया गया है अगर चालू हो जाए तो यहां की महिलाओं को भी सुविधा मिल सके क्योंकि आंगनबाड़ी केंद्र में अभी ऑनलाइन सभी कार्य होते हैं, डिलीवरी के लिए महिलाओं को अस्पताल ले जाने के एंबुलेंस को कॉल भी कर पाते है.
इमरजेंसी में भी नहीं हो पाती कॉलसर्र गांव के लोगों ने कहा कि गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र का भवन भी काफी वर्ष पहले बन गया लेकिन भवन में आज तक कोई भी कर्मचारी या अधिकारी आकर नहीं बैठते है, ऐसे में यहां के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है बीमार हो जाने के बाद कई बार तो साधन नहीं होने के कारण लोगों की मौत हो जाती है. यहां से 30 से 40 किलोमीटर दूर प्राथमिक उपचार के लिए लोगों को ले जाया जाता है. कई बार तो चारपाई पर लेटाकर लोगों को ले जाना पड़ता है पहाड़ी क्षेत्र से क्योंकि सुगम रास्ते नहीं होने के साधन यहां आ नहीं सकते साथ ही साधन के लिए कॉल भी नहीं कर सकते.
लोगों ने बताया कि आजादी के बाद गांव में सिर्फ एक बार सड़क तो बनी थी लेकिन वह सड़क अब टूट कर उखड़ चुकी है लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है यहां इसी ही रास्ते से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु पपलाज माता मंदिर भी जाते हैं लेकिन इस सड़क को बनाने के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहा है, अगर कोई बीमार हो जाता है तो सड़क खराब हो जाने के कारण भी काफी परेशानी है उन्हें लेकर जाने में होती है.
न्यूज़ 18 राजस्थान ने पहले भी पहाड़ी क्षेत्र के गांव में नेटवर्क नहीं होने का मुद्दा उठाया था, इसके बाद बीएसएनएल ने यहां पर टावर तो खड़े कर दिए लेकिन अभी नेटवर्क के लिए कोई इंतजाम नहीं किया. जबकि वैश्वीकरण के दौर से पूरी दुनिया गुजर रही है लेकिन दौसा के सर्र गांव के आसपास के अनेक गांवों में आज भी चकाचौंध दुनिया से अलग – थलग है.
Location :
Dausa,Rajasthan
First Published :
April 06, 2025, 13:09 IST
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एक कॉल की कीमत तुम क्या जानों..! कभी पेड़ तो कभी पहाड़ी पर चढ़ते हैं…