कितना होना चाहिए फास्टिंग और पोस्ट मील शुगर लेवल? कब HbA1c टेस्ट की पड़ती है जरूरत, जानें काम की बात
हाइलाइट्स
खाली पेट ब्लड शुगर 100mg/dL से ज्यादा हो, तो डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए.खाना खाने के बाद ब्लड शुगर 140mg/dL से कम हो, तब यह नॉर्मल माना जाता है.
Blood Sugar Normal Range: वर्तमान समय में डायबिटीज की बीमारी महामारी की तरह फैल रही है. लोगों को पता भी नहीं चल रहा और उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ता चला जा रहा है. इससे बचने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स सभी लोगों को अपने ब्लड शुगर की जांच समय-समय पर कराने की सलाह देते हैं. आजकल लोगों के पास डिजिटल मशीन उपलब्ध हैं, जिनके जरिए महज 1 मिनट में ब्लड शुगर लेवल चेक किया जा सकता है. आज एक्सपर्ट से जानेंगे कि लोगों का खाली पेट ब्लड शुगर लेवल कितना होना चाहिए और खाने के बाद शुगर लेवल कितना होना चाहिए. यह भी जानेंगे कि HbA1c टेस्ट कब कराना चाहिए.
नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्रिवेंटिव हेल्थ एंड वेलनेस डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉ. सोनिया रावत ने को बताया कि सभी वयस्कों का खाली पेट यानी फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल 60mg/dL से 100mg/dL के बीच होना चाहिए. खाने के 2 घंटे बाद यानी पोस्ट मील ब्लड शुगर लेवल 120 से 140 mg/dL के बीच होना चाहिए. इसे नॉर्मल पोस्ट मील शुगर माना जाता है. अगर आपका शुगर लेवल इस रेंज में है, तो आपका शुगर लेवल बिल्कुल नॉर्मल है. अगर आपका फास्टिंग ब्लड शुगर 100 से ज्यादा हो या पोस्ट मील शुगर 140 से ज्यादा हो, तो प्रीडायबिटीज या डायबिटीज का संकेत हो सकता है.
डॉ. सोनिया रावत ने बताया कि जब किसी व्यक्ति का फास्टिंग और पोस्ट मील ब्लड शुगर लेवल सामान्य से ज्यादा हो, तब HbA1c टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है. इस टेस्ट के जरिए किसी भी व्यक्ति के पिछले 3 महीनों के ब्लड शुगर का एवरेज पता लगाया जाता है. अगर HbA1c टेस्ट में किसी व्यक्ति का शुगर लेवल डायबिटीज वाली रेंज में आए, तो डायबिटीज कंफर्म मानी जाती है. इसके जरिए प्रीडायबिटीज के मरीजों का भी पता लगाया जाता है. स्वस्थ लोग भी साल में एक बार HbA1c टेस्ट करा सकते हैं. इससे उन्हें अपने शुगर लेवल को मॉनिटर करने में मदद मिल सकेगी.
एक्सपर्ट की मानें तो डायबिटीज से बचने के लिए लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए और बैंलेस्ड डाइट लेनी चाहिए. नियमित रूप से एक्सरसाइज करनी चाहिए और अपने वजन को कंट्रोल करना चाहिए. अगर आप प्रीडायबिटीज का शिकार हैं, तो उसे भी बेहतर रूटीन के जरिए रिवर्स कर सकते हैं. सभी लोगों को समय-समय पर अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करानी चाहिए, ताकि डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी को रोकने में मदद मिल सके. डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो एक बार हो जाए, तो लोगों को जिंदगीभर इसे कंट्रोल करना पड़ता है.
यह भी पढ़ें- सिर्फ 2 इंच के पत्ते करेंगे कमाल, इनमें छिपा है दवाओं का कारखाना, कई बीमारियों का झंझट करेंगे दूर
यह भी पढ़ें- व्हे प्रोटीन भी दिल की सेहत के लिए खतरनाक? कार्डियोलॉजिस्ट ने बताई चौंकाने वाली बात, सभी के लिए जानना जरूरी
Tags: Blood Sugar, Diabetes, Health, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : May 6, 2024, 16:41 IST