भारत का ‘त्रिशूल’ चला तो पाकिस्तान बौखलाया, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बयान से ही हिल गया इस्लामाबाद! | Rajnath Singh Trishul Exercise Operation Sindoor Spooks Pakistan

नई दिल्ली: भारत की तीनों सेनाओं के संयुक्त युद्धाभ्यास ‘त्रिशूल 2025’ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सख्त तेवरों ने पाकिस्तान को गहरी बेचैनी में डाल दिया है. इस्लामाबाद से अब धमकी भरा जवाब आया है. पाकिस्तान ने कहा है कि भारत की किसी भी ‘आक्रामक कार्रवाई’ का जवाब ‘पूरी ताकत’ से दिया जाएगा. राजनाथ सिंह ने पिछले हफ्ते राजस्थान के जैसलमेर में सैनिकों से बातचीत के दौरान कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को सबक सिखा दिया है और अगर उसने फिर गलती की, तो भारत का जवाब पहले से भी ज्यादा कड़ा होगा.
‘ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं, बस रुका है’
जैसलमेर में जवानों से मुलाकात के दौरान रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय वायुसेना के पायलटों ने पाकिस्तान को सिर्फ भारत की ताकत का ‘डेमो’ दिखाया है, असली शक्ति तो अभी बाकी है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान किसी भी ‘मिसएडवेंचर’ की कोशिश करेगा, तो इस बार उसे पहले से कहीं ज्यादा बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा.
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि भारतीय सेना को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी हरकत पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए. उन्होंने इसे ‘विकसित और आत्मनिर्भर भारत 2047’ के लक्ष्य से जोड़ते हुए कहा कि सशस्त्र बल उस सपने की रीढ़ हैं.
पाकिस्तान का जवाब, ‘भारत की किसी भी कार्रवाई पर पूरा पलटवार’
भारत के ‘त्रिशूल’ एक्सरसाइज और राजनाथ के सख्त बयान के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आक्रामक लहजे में कहा, ‘हम किसी भी उकसावे को बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर भारत ने हमारी सीमा में घुसपैठ की, तो पाकिस्तान पूरी ताकत से जवाब देगा. इस बार हमारा जवाब पहले से कहीं ज्यादा कड़ा होगा.’
ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेगा और भारत की हर ‘एग्रेसन’ का ‘बिफिटिंग रिप्लाई’ देगा. पाकिस्तान की यह भाषा बताती है कि वह भारत की सैन्य तैयारी और राजनीतिक संदेश दोनों से घबराया हुआ है.
क्या है ‘त्रिशूल 2025’?
‘एक्सरसाइज त्रिशूल’ भारत की तीनों सेनाओं – थल सेना, वायुसेना और नौसेना – का एक बड़ा संयुक्त युद्धाभ्यास है. यह अभ्यास पश्चिमी सीमा और अरब सागर क्षेत्र में चल रहा है और 30 अक्टूबर से 10 नवंबर तक जारी रहेगा. इसमें रैपिड मोबिलाइजेशन, एकीकृत वारफेयर और मरीटाइम डॉमिनेंस की क्षमता की जांच की जा रही है.
यह रूटीन एक्सरसाइज मानी जाती है, लेकिन इसके पैमाने और समय ने पाकिस्तान की चिंता बढ़ा दी है. भारत के इस अभियान के बाद पाकिस्तान ने पांच दिन में दूसरा NOTAM (Notice to Airmen) जारी किया है. इस बार उसने 1 नवंबर से 30 नवंबर तक अपने दक्षिणी और तटीय इलाकों के बड़े हिस्से का एयरस्पेस बंद कर दिया है.
रावलपिंडी में मची हलचल
भारतीय इंटेलिजेंस इनपुट्स के मुताबिक पाकिस्तान का यह कदम महज ‘सावधानी’ नहीं बल्कि ‘पैनिक’ है. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान अरब सागर में अपने नौसैनिक ठिकानों के पास लाइव फायरिंग और मिसाइल टेस्ट की तैयारी कर रहा है. इंटेलिजेंस रिपोर्ट कहती हैं कि पाकिस्तान को डर है कि भारत उसके दक्षिणी एयरबेस या सर क्रीक के पास नौसैनिक ठिकानों पर प्रिसिजन स्ट्राइक कर सकता है.
भारत ने ‘त्रिशूल’ के जरिए यह साफ कर दिया है कि उसकी सुरक्षा नीति अब रिएक्टिव नहीं, बल्कि प्रिवेंटिव है. यानी हमला होने से पहले ही दुश्मन को रोकना. राजनाथ सिंह के शब्दों में, ‘हम सिर्फ जवाब नहीं देंगे, बल्कि सबक भी सिखाएंगे.’



