2025 में कब-कब है अमावस्या, किस दिन शनि और सोमवती मुहूर्त? इस दिन यह काम करना बिल्कुल न भूलें
अजमेर:- इस बार नए साल में 12 अमावस्या आएगी. इनमें दो बार शनि अमावस्या और एक बार सोमवती अमावस्या आएगी. हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को खास माना गया है और धर्म ग्रंथों में चंद्रमा की 16वीं कला को अमा कहा गया है. इस दिन पितरों और पीपल की पूजा करने का विधान है. ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं, इनमें शनि अमावस्या और सोमवती अमावस्या का महत्व अधिक है.
साल में इतनी बार अमावस्यापंचांग के अनुसार, इस वर्ष दो बार शनि अमावस्या और एक बार सोमवती अमावस्या आएगी. हिंदू धर्म में वर्षभर में 12 अमावस्या होती हैं. यानी हर माह एक अमावस्या आती है. अमावस्या तिथि कृष्ण पक्ष के अंतिम दिन होती है और इस दिन आकाश में चांद दिखाई नहीं देता. पंडित सुरेंद्र राजगुरु ने Local 18 को बताया कि अमावस्या का हिन्दू समाज में काफी महत्व है. अमावस्या की रात काली होती है और इस दिन पितरों को पूजने का विधान होता है. सालभर में 12 अमावस्या आती है. दिन के हिसाब से जब अमावस्या सोमवार, मंगलवार और शनिवार को आती है, तब महत्व बढ़ जाता है.
ये भी पढ़ें:- राजस्थान में सर्दी पसार रही पैर, -0.1 डिग्री तक पहुंचा पारा, कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी
कब-कब आएगी अमावस्या तिथिपंडित सुरेंद्र राजगुरु ने लोकल 18 को आगे बताया कि अमावस्या तिथि माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 29 जनवरी, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 27 फरवरी, चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 29 मार्च, वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 27 अप्रैल, ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 27 मई, आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 25 जून, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 24 जुलाई, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या 23 अगस्त, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या 21 सितंबर, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या 21 अक्टूबर, मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या 20 नवंबर और पौष मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या 19 दिसंबर को आएगी.
Tags: Dharma Aastha, Local18, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : December 15, 2024, 11:14 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.