जब भतीजे और चाचा ने साथ खेला टेस्ट, ओपनिंग की, शतकीय साझेदारी निभाकर जीता दिल
नई दिल्ली. क्रिकेट में चाचा-भतीजे की जोड़ी कई बार अलग-अलग समय में शीर्ष स्तर पर चमक दिखा चुकी है, इसमें दक्षिण अफ्रीका के ग्राहम व शॉन पोलाक, पाकिस्तान के इंजमाम-उल-हक व इमाम-उल-हक, जावेद मियांदाद व फैजल इकबाल और वेस्टइंडीज के फिल सिमंस व लेंडल सिमंस शामिल हैं. भारतीय क्रिकेट में वसीम जाफर के इंटरनेशनल स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने के बाद उनके भतीजे अरमान जाफर ने भी मुंबई की ओर से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला. ये उदाहरण ऐसे हैं जब चाचा के शीर्ष स्तर का क्रिकेट खेलने के सालों बाद भतीजे ने क्रिकेट में पदार्पण कर चमक बिखेरी. इंटरनेशनल क्रिकेट में एक मामला ऐसा है जब चाचा और भतीजा टेस्ट में एक साथ खेले. हैरानी की बात यह रही कि भतीजे का टेस्ट करियर चाचा से पहले शुरू हुआ. इस मैच में भतीजे ने चाचा को टेस्ट डेब्यू कैप देने के बाद उनके साथ पारी की शुरुआत की और शतकीय साझेदारी निभाई.
यह जोड़ी है अफगानिस्तान के इब्राहिम जादरान (Ibrahim Zadran) और उनके चाचा नूर अली जादरान (Noor Ali Zadran) की. चचा नूर अली ने वनडे में इंटरनेशनल डेब्यू तो अप्रैल 2009 में कर लिया था लेकिन उस समय तक अफगानिस्तान (Afghanistan cricket team) को टेस्ट दर्जा हासिल नहीं था. वर्ष 2018 में अफगानिस्तान ने अपना पहला टेस्ट खेला. नूर ने इंटरनेशनल डेब्यू के 15 साल बाद फरवरी 2024 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में पहला टेस्ट खेला. इस अफगानिस्तान टीम में उनका भतीजा इब्राहिम भी शामिल था जो सितंबर 2019 में ही डेब्यू कर टेस्ट फॉर्मेट में चाचा का ‘सीनियर’ बन चुका था. चाचा-भतीजा की जोड़ी के लिए यह क्षण यादगार रहा. मैच में इब्राहिम ने ही चाचा नूर को टेस्ट कैप दी.
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पहले विकेट के लिए 106 रनों की साझेदारी निभाई
टेस्ट में इब्राहिम और नूर ने अफगानिस्तान पारी की शुरुआत की. पहली पारी में भतीजा इब्राहिम जादरान खाता खोले बिना आउट हो गए जबकि चाचा नूर ने 31 रन बनाए. पहली पारी में नाकामी की कसर इब्राहिम ने दूसरी पारी में शतक जड़कर पूरी की. चाचा-भतीजे की जोड़ी ने इस दौरान 106 रन की साझेदारी निभाई. इस दौरान नूर ने पांच चौकों की मदद से 47 और इब्राहिम जादरान ने 12 चौकों की मदद से 114 रन बनाए. हालांकि इस प्रदर्शन के बावजूद अफगान टीम को मैच में 10 विकेट की हार का सामना करना पड़ा. बता दें, इब्राहिम और नूर की उम्र में करीब 13 साल का अंतर है.
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दो टेस्ट के बाद ही चाचा ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यासचाचा-भतीजे की यह जोड़ी मार्च 2024 में आयरलैंड के खिलाफ टोलेरेंस टेस्ट में भी साथ खेली. इस टेस्ट में भी दोनों ने ओपनिंग की. पहली पारी में इब्राहिम ने 52 और नूर ने 7 रनों का योगदान दिया जबकि दूसरी पारी में इब्राहिम ने 12 और नूर ने 32 रन बनाए.आयरलैंड के खिलाफ इस टेस्ट के बाद नूर ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया. 15 साल के इंटरनेशनल करियर में नूर को महज 2 टेस्ट, 51 वनडे और 23 टी20I ही खेलने को मिले. टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 29.25 के औसत से 117, वनडे में 24.81 के औसत से 1216 (एक शतक) और टी20I में 27.13 के औसत से 597 रन (चार अर्धशतक) बनाए.
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अफगानिस्तान के बेहतरीन बैटरों में शामिल है भतीजा इब्राहिमदूसरी ओर, 22 वर्षीय नूर के भतीजे इब्राहिम की गिनती अफगानिस्तान के मौजूदा समय के बेहतरीन बैटरों में होती है. अब तक वे सात टेस्ट, 33 वनडे और 44टी20I खेल चुके हैं. टेस्ट क्रिकेट में 38.64 के औसत से 541 रन (एक शतक), वनडे में 48.00 के औसत से 1440 रन (पांच शतक) और टी20I में 29.07 के औसत से 1105 रन (8 अर्धशतक) बना चुके हैं. इब्राहिम 9 टी20 मैचों में अफगानिस्तान टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं.वर्ल्डकप 2023 के बाद राशिद खान बैक सर्जरी के कारण टीम के लिए उपलब्ध नहीं थे.उनकी गैरमौजूदगी में इब्राहिम ने यूएई, भारत और श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अफगान टीम का नेतृत्व किया था.
हाल ही में हुए टी20 वर्ल्डकप में इब्राहिम ने 8 मैचों में 28.87 के औसत से 231 रन बनाए थे और रहमनुल्लाह गुरबाज के बाद अफगानिस्तान की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बैटर बने थे.यही नहीं, पिछले साल भारत में हुए वनडे वर्ल्डकप में भी इब्राहिम का बल्ला जमकर चला था और उन्होंने 9 मैचों में 47 के औसत से 376 रन बनाए थे. वे टूर्नामेंट में जिम्बाब्वे के टॉप स्कोरर रहे थे.
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मामा और भांजा भी साथ खेल चुके टेस्टटेस्ट क्रिकेट में एक मौका ऐसा भी आया है जब मामा और भांजे की जोड़ी साथ टेस्ट खेल चुकी है. खास बात यह है कि यह जोड़ी भी अफगानिस्तान की ही है. मार्च 2019 में आयरलैंड के खिलाफ देहरादून में हुए टेस्ट में असगर अफगान (Asghar Afghan)और रिस्ट स्पिनर वकार सलामखेइल (Waqar Salamkheil) अफगानिस्तान की प्लेइंग इलवेन का हिस्सा था. असगर अफगान इस टेस्ट में अफगानिस्तान टीम के कप्तान थे जिनकी अगुवाई में भांजे वकार ने टेस्ट डेब्यू किया था. वकार ने डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में 2-2 विकेट लिए थे. गौरतलब है कि असगर अफगान का मूल नाम असगर स्टेनिकजई (Asghar Stanikzai) था. अपने नाम में ही अफगानी आइडेंटिटी की झलक देने के लिए उन्होंने नाम बदलकर ‘असगर अफगान’ कर लिया था.
Tags: Afghanistan Cricket, Test cricket
FIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 08:15 IST