National

CJI चंद्रचूड़ ने किसको ऑफर की कुर्सी? टूट गई सुप्रीम कोर्ट की परंपरा

हाइलाइट्स

सुनवाई के दौरान CJI ने एक वकील को कुर्सी ऑफर की है.
SC में वकीलों के खड़े होकर बहस करने की परंपरा है.

CJI D Y Chandrachud: भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ (D Y Chandrachud) अपने कामों से सुर्खियों में बने रहते हैं. हाल ही में वह अपने भारत भ्रमण को लेकर चर्चा में थे. लेकिन इस बार वह किसी अन्य कारणों से चर्चा में हैं. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वह कभी नरम रहते हैं, तो कई बार गरम भी दिखते हैं. हालांकि इस बार वह अपनी नरमी के कारण चर्चा में हैं. दरअसल एक वरिष्ठ वकील को पीठ दर्द की शिकायत थी.

रिपोर्ट के अनुसार इसके बाद CJI चंद्रचूड़ ने कोर्टरूम में कुर्सी पर बैठकर बहस करने का ऑफर दे दिया. वैसे तो सामान्य रूप से ऐसा नहीं होता है. मालूम हो कि कोर्ट की परंपरा यह है कि वकील खड़े होकर सभ्य तरीके से ही बहस करते हैं या किसी मामले को लेकर जजों के सामने पैरवी करते हैं.

पढ़ें- D Y Chandrachud: आखिर क्यों शहर-शहर घूम रहे हैं CJI चंद्रचूड़? खुद बताई वजह

CJI ने किसको ऑफर की कुर्सी?
लेकिन सीजेआई चंद्रचूड़ ने आज सात सदस्यों वाली खंडपीठ की अगुवाई करते हुए वरिष्ठ वकील राजीव धवन को कुर्सी पर बैठकर बहस करने को कहा. चीफ जस्टिस ने तो धवन से यहां तक कहा कि अगर जरूरी हो या और आरामदायक स्थिति चाहते हों तो वह अपने चैम्बर से कुर्सी मंगवा कर और उसी पर बैठकर सुनवाई में हिस्सा ले सकते हैं.

CJI चंद्रचूड़ ने किसको ऑफर की कुर्सी? टूट गई सुप्रीम कोर्ट की परंपरा

गौरतलब है कि 77 साल के वकील राजीव धवन पीठ दर्द से परेशान थे. सुप्रीम कोर्ट की सात जजों की खंडपीठ आज यानी मंगलवार से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) को अल्पसंख्यक दर्जा देने के मामले पर सुनवाई कर रही है. इसी सुनवाई के दौरान यह दिलचस्प वाक्या हुआ. पीठ में जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस जेबी पारदीवाला, जस्टिस दीपांकर दत्ता, जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस केवी विश्वनाथन शामिल हैं.

Tags: CJI, DY Chandrachud, Justice DY Chandrachud

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj