नाड़ी की सफाई करते समय मनरेगा मजदूरों को मिला 2 फीट का शिवलिंग और बावड़ी…While cleaning Nadi, MNREGA workers found 2 feet Shivling and stepwell

सिरोही : श्रावण मास में भक्त भगवान शिव की श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना करते हैं. जिले के एक गांव में भगवान शिव का शिवलिंग प्रकट हुआ. यहां नरेगा श्रमिक जब एक नाड़ी में सफाई कर रहे थे, तो इसी दौरान करीब 2 फीट बड़ा शिवलिंग और पुरानी बावड़ी मिली. ये बावड़ी सैकडों वर्ष पुरानी बताई जाती है. बावड़ी के आसपास बड़ी आकार की ईंटे भी मिली हैं.
जिले के उमरणी, आमथला मुदरला समेत आसपास का इलाका राजा अम्बरीश की अमरावती नगरी का हिस्सा हुआ करता था. आज भी यहां प्राचीन स्ट्रक्चर और प्रतिमाएं मिलती है. कुछ दिनों पूर्व आमथला गांव से करीब 2 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत द्वारा कुंडेश्वर मंदिर मार्ग एक नाड़ी की सफाई के लिए मनरेगा में मजदूरों से सफाई कार्य करवाया जा रहा था. इसी दौरान यहां करीब 2 फीट बड़ा शिवलिंग मिला. जो क्षतिग्रस्त हालत में था. वहीं पास में एक बावड़ी की बनावट भी मिली है.
स्थानीय रहवासी मथुराप्रसाद पुरोहित ने बताया कि इस प्राचीन बावड़ी को खोखर वाव कहा जाता है. जो हजारों वर्ष पुरानी बताई जाती है. बावडियां राजा-महाराजाओं द्वारा बनाई जाती थी. ऐसे में ऐसा प्रतीत होता है कि ये बावड़ी किसी राजा द्वारा बनवाई गई होगी.
क्षेत्र में एक साथ बजती थीं 999 घंटियां आमथला से दो किलोमीटर दूर स्थित कुंडेश्वर महादेव मंदिर काफी प्राचीन है. मंदिर के पास ही एक पुराना कुंड बना हुआ है। जिसमें पानी भरा रहता हैं. मंदिर में विशाल शिवलिंग स्थापित है. मंदिर के मध्य भाग में विशाल बरगद का पेड़ हैं. आसपास वन क्षेत्र होने से यहां वन्यजीव भी आते रहते हैं. भक्त मथुराप्रसाद ने बताया कि आबूराज के क्षेत्र में काफी संख्या में प्राचीन मंदिर थे. किसी समय में यहां एक साथ 999 घंटियां बजती थीं.
FIRST PUBLISHED : August 10, 2024, 23:34 IST