ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड के बीच चीन के जहाजों ने मचाई खलबली, बमों की गड़गड़ाहट से थर्राया आसमान, बोला- आदल डाल लो

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Last Updated:February 25, 2025, 14:11 IST
चीन की सेना अपनी तट सीमा और बॉर्डर से दूर सैन्य अभ्यास कर रही है. चीन की सेना तस्मान सागर में ऑस्ट्रलिया और न्यूजीलैंड के पास पीएलए अभ्यास कर रही है. दोनों देशों ने जैसे ही विरोध किया तो चीनी सेना के प्रवक्ता न…और पढ़ें
चीन की मनमानी, ऑस्ट्रेलिया तक पहुंची पीएलए.
चीन की हरकतों से न केवल पड़ोसी भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया परेशान रहती है. अपनी सीमा तो छोड़ ही दीजिए, वह लगातार सैकड़ों किलोमीटर दूर अपनी ताकत का प्रदर्शन करता है. चीन अपनी सीमा प्रसार की नीति साउथ चाइना सी, येलो सी, फिलीपींस सी, जापान सी हो या हिंद महासागर या फिर ताइवान से लगे समुद्री हिस्से में अपनी ताकत का प्रदर्शन करता है. अब उसकी जद में रेंज में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड तक पहुंच चुकी है. चीन का बढ़ा हुआ मन देखिए, PLA यानी पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच स्थित तस्मान सागर में अपनी सेना फुल फायरिंग एक्सरसाइज कर रही है. दोनों देशों ने चीन का विरोध किया है. वहीं, अमेरिका ने भी चीन को ऐसी हरकत न करने की सलाह दी है.
युद्धपोतों और तबाही वाले हथियारों से लैस चीनी सेना तस्मान सागर में पहुंच चुकी है. तस्मान सागर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच स्थित है. सोमवार को चीनी सेना ने हथियारों की लाइव वर्टिकल फायरिंग की. चीन के इस लेटेस्ट कदम को उसकी ब्लू-वाटर नेवी पॉलीसी का ही एक हिस्सा है. अगर अमेरिका की रिपोर्ट माने तो चीन ने दुनिया का सबसे बड़ा नौसैनिक बेड़ा बनाया है, जिसमें 370 से अधिक जहाजों और पनडुब्बियों की युद्धक क्षमता है. इसने अपने दायरे और पहुंच में भी विस्तार किया है, अब यह न केवल क्षेत्रीय जलक्षेत्र में काम कर रहा है, बल्कि चीन से हजारों मील दूर खुले महासागरों में भी अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर रहा है.
न्यूजीलैंड-ऑस्ट्रेलिया में खलबलीचीन के इस कदम से न केवल न्यूजीलैंड-ऑस्ट्रेलिया में खलबली मची हुई है, बल्कि अमेरिका के भी कान खड़े हो गए हैं. चीन के लाइव फायरिंग की वजह से इन दोनों देशों में खलबली मच गई. चूंकि चीनी सेना ने लाइव वर्टिकल फायरिंग किए (आसमान में मिसाइल दागना), जिससे एविएशन यानी हवाई क्षेत्र में खलबली मच गई. दोनों देशों को आने वाली या फिर यहां से जाने वाली पैसेंजर फ्लाइट्स को अपने रास्ते बदलने पड़ गए. वहीं, दोनों देशों ने विरोध किया तो चीन के रक्षा मंत्री ने बयान जारी करते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दोनों देश इसे काफी हाइप कर रहे हैं. चीन के प्रवक्ता का कहना है कि ना तो हमने किसी इंटरनेशनल वाटर लॉ को तोड़ा है और ना ही किसी हवाई सेफ्टी को प्रभावित किया है.
पहली बार ऐसा हुआन्यूजीलैंड की रक्षा मंत्री जूडिथ कोलिन्स ने सोमवार को रेडियो न्यूजीलैंड (RNZ) पर कहा, ‘हमने अपने जीवन में इस क्षमता वाली टास्क फोर्स या टास्क ग्रुप को कभी नहीं देखा है. उनके पास जो हथियार हैं, वे बेहद सक्षम हैं. इनमें से एक में 112 वर्टिकल लॉन्च सेल हैं. इसकी एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल की रेंज 540 नॉटिकल मील बताई गई है.’ चीन के हथियार की ताकत इतनी है कि दोनों देश आसानी से तबाह हो सकते हैं. वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) नौसेना के जहाज, जिसमें एक फ्रिगेट, एक क्रूजर और एक रिप्लेनिशमेंट शिप (नौसैनिक जहाज जो समुद्र में जहाजों को ईंधन, भोजन, गोला-बारूद और अन्य आपूर्ति प्रदान करता है.) है.
आदत डाल लें सभी देशचीनी सरकारी मीडिया ने पूरी दुनिया को चेतावनी जारी करते हुए खबर छापी है. खबरों में सलाह दी है कि पश्चिमी देशों को अपने निकटवर्ती जलक्षेत्र में इस तरह के सैन्य अभ्यास की आदत डाल लेनी चाहिए. चीनी सैन्य मामलों के एक्सपर्ट सोंग झोंगपिंग ने राष्ट्रवादी अखबार ग्लोबल टाइम्स को बताया कि पीएलए नौसेना न केवल चीन के तटों के पास, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय जल में भी अभ्यास करेगी. सोंग ने कहा कि अभी इस तरह के अभ्यास और भी अधिक होने वाले हैं, तो कुछ देशों को इसकी आदत डाल लेनी चाहिए.
First Published :
February 25, 2025, 10:54 IST
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