Rajasthan: सेटेलाइट से क्यों जोड़े जा रहे 30 हजार घर, सबकी बनेगी रिपोर्ट, जानिए क्या है पूरा सिस्टम

बाड़मेर, जो कभी सूखे और अभावों की काली कहानी के लिए जाना जाता था, अब नई तकनीकों के इस्तेमाल के लिए जाना जा रहा है. जहाँ पहले लोग कचरे की सफाई के लिए महीनों तक इंतजार करते थे, अब उस बाड़मेर शहर के 30,000 घर सेटेलाइट से जोड़े जा रहे हैं. इन घरों के वेस्ट मैनेजमेंट की मॉनिटरिंग भी सेटेलाइट से की जाएगी.
नवो बाड़मेर अभियानबाड़मेर नगर परिषद सभापति दिलीप माली के निर्देशों पर ‘नवो बाड़मेर’ अभियान के तहत अब तक शहर के 55 में से 4 वार्डों में इलेक्ट्रॉनिक चिप लगाने का कार्य पूरा हो चुका है. कलेक्टर टीना डाबी ने अपनी पदस्थापना के पहले सप्ताह में ही शहर को गंदगी से मुक्त करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद नगर परिषद आयुक्त विजय प्रताप सिंह ने डोर-टू-डोर कचरा निस्तारण को सेटेलाइट से जोड़ने का ड्रीम प्रोजेक्ट शुरू किया.
स्मार्ट कचरा निस्तारणअब यह प्रोजेक्ट 4 वार्डों में बेहतरीन ढंग से चल रहा है. अगले एक महीने में शहर के 30,000 घर सेटेलाइट से जुड़ जाएंगे. आयुक्त विजय प्रताप सिंह ने लोकल 18 को बताया कि कलेक्टर टीना डाबी द्वारा शुरू किए गए ‘नवो बाड़मेर अभियान’ के तहत डोर-टू-डोर कचरा कलेक्ट करने को हाईटेक बनाने के लिए हर घर पर आरएफआईडी स्मार्ट कार्ड लगाने का कार्य शुरू हो गया है. इससे कचरा संग्रहण के लिए गाड़ी के आने की सूचना करीब 10 मिनट पहले मिल जाएगी.
कचरा संग्रहण की मॉनिटरिंगशहर के 30,000 घरों में कार्ड लगाने में लगभग एक महीने से अधिक का समय लगेगा. आयुक्त विजय प्रताप सिंह के अनुसार, कचरे वाली गाड़ी के साथ एक सुपरवाइजर भी होगा, जो स्मार्ट कार्ड को स्कैन करेगा. इससे नगर परिषद को पता चलेगा कि कचरा गाड़ी उस घर से कचरा लेने गई या नहीं, ताकि मॉनिटरिंग प्रभावी ढंग से हो सके. इस नए सिस्टम के तहत, माना जा रहा है कि कचरा कलेक्शन आसानी और प्रभावी तौर पर हो सकेगा.
Tags: Barmer news, Local18, Rajasthan news, Special Project
FIRST PUBLISHED : October 8, 2024, 16:49 IST