पैर में मोच क्यों आ जाती है? अगर चोटिल हो जाएं तो सबसे पहले क्या करें, डॉक्टर से जानें कारण और बचाव

Last Updated:March 10, 2025, 18:49 IST
Ankle Sprain: मोच आने पर असहनीय दर्द और सूजन हो सकती है. डॉ. सीपी पाल के अनुसार, RICE टेक्नीक (रेस्ट, आइस, कंप्रेशन, एलिवेशन) अपनाएं. फुटवियर बदलें, वॉर्मअप करें और ज़रूरत पड़ने पर एक्स-रे कराएं.
पैर में मोच आने पर सबसे पहले क्या करें. (Canva)
हाइलाइट्स
मोच आने पर RICE टेक्नीक अपनाएं: रेस्ट, आइस, कंप्रेशन, एलिवेशन.फुटवियर बदलें और खेलने से पहले वॉर्मअप करें.ज़रूरत पड़ने पर एक्स-रे या MRI कराएं.
Ankle Sprain: कई बार चलते हुए, सीढ़ियों से चढ़ते-उतरते या दौड़ते हुए आपका पैर मुड़ जाता है, और मोच आ जाती है. इससे आपको असहनीय दर्द हो सकता है. कई बार तो ये दर्द कुछ समय बाद खुद ही चला जाता है, लेकिन कई बार ये दर्द बार-बार लौट कर आता है. इस तरह से मोच का लौटकर आना एक खतरे की घंटी है, अगर आपके साथ भी ये समस्या है, तो सावधान रहने की जरूरत है. अब सवाल है कि आखिर मोच होती क्या है? पैर में क्यों आ जाती है मोच? मोच आने पर सबसे पहले क्या करें? इस बारे में को बता रहे हैं राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज के प्राचार्य एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सीपी पाल-
क्या होती है पैर की मोच?
पैर में मोच आना एक मस्क्यूलोस्केलेटल प्रोब्लम है, क्योंकि इसमें आपकी मसल और हड्डी दोनों ही प्रभावित होती हैं. मोच दरअसल हड्डियों और मसल्स को जोड़ने वाले लिगामेंट में किसी भी प्रकार के तनाव या खिंचाव से उत्पन्न होने वाली समस्या है, जिसमे आपको बहुत ज्यादा दर्द का अनुभव होता है. इसके अलावा, पैर के आसपास सूजन भी हो सकती है. ऐसी स्थिति में चलने-फिरने में तकलीफ होती है. एंकल और फुट इंजरी में इस तरह के लक्षण बहुत आम होते हैं.
पैर में क्यों आती है मोच?
डॉक्टर की मानें तो, वैसे तो मोच आने की कोई खास वजह नहीं है. क्योंकि, कई बार चलते-फिरते भी अचानक मुड़ सकता है. लेकिन, फिर भी मोच आमतौर पर चलने, सीढ़ी चढ़ने, दौड़ने या फिर खेलते समय आती है. मोच ज्यादातर एक तरफ से घिसे फुटवियर पहनने से ज्यादा देखी जाती है. इसके अलावा, बरसात में फिसलन वाली जगह पर चलने से भी मोच आ सकती है.
मोच आने पर ये टेक्निक कारगर?
एक्सर्ट की मानें तो मोच आने के बाद सबसे ज़रूरी है RICE टेक्नीक का यूज करें.
– R (रेस्ट): पैर को आराम दें, तुरंत खेलना-कूदना शुरू न करें– I (आइस): सूजन कम करने के लिए प्रभावित हिस्से पर बर्फ लगाएं– C (कंप्रेशन): चोट वाले हिस्से पर हल्का दबाव डालने के लिए बैंडेज या गर्म पट्टी का इस्तेमाल करें– E (एलिवेशन): सूजन कम करने के लिए पैर को थोड़ा ऊंचा रखें
पैर में मोच से बचाव
मोच से बचने के लिए हर कुछ समय में अपना फुटवियर बदलें. खेलने से पहले ठीक से वॉर्मअप और स्ट्रेचिंग करें. कम वॉर्मअप से चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है. खासकर कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स में, वॉर्मअप के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए. ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से एक्स-रे या MRI कराएं. एक्स-रे से लिगामेंट (हड्डियों को जोड़ने वाला मजबूत ऊतक) की चोट का पता लगाया जा सकता है.
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First Published :
March 10, 2025, 18:49 IST
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पैर में मोच क्यों आ जाती है? चोटिल होने पर पहले क्या करें, डॉक्टर से जानें