उद्धव ठाकरे की पार्टी को ‘टीपू सेना’ क्यों कहा जा रहा? वीर सावरकर की तस्वीर पर मचा बवाल, बीजेपी ने मांगा जवाब
मुंबई. कर्नाटक की राजनीति महाराष्ट्र तक पहुंच गई है और उद्धव ठाकरे के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं. दरअसल, कर्नाटक की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार ने यह योजना बनाई है कि राज्य विधानसभा से विनायक दामोदर सावरकर की तस्वीर हटाई जाएगी, लेकिन इस फैसले को लेकर भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है. उसने महाराष्ट्र में कांग्रेस के गठबंधन साथी उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत बावनकुले ने कर्नाटक विधानसभा से वीडी सावरकर की तस्वीर हटाने के फैसले को लेकर सोमवार को पड़ोसी राज्य की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लिया. बावनकुले ने कहा कि इतिहास उन लोगों को कभी माफ नहीं करेगा जिन्होंने देश की आजादी के लिए लंबे समय तक प्रताड़ना झेलने वाले सावरकर की विरासत का अपमान किया.
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “सावरकर का चित्र हटाने का कांग्रेस नीत कर्नाटक सरकार का फैसला अत्यंत निंदनीय है और देश के स्वतंत्रता आंदोलन का अपमान है.” बावनकुले ने कहा कि यह सावरकर के बलिदान और उनकी विचारधारा का अपमान करने की कांग्रेस की कोशिश है.
उन्होंने कहा, “यह (कांग्रेस) उनकी विरासत और उनके विचारों का सीधे तौर पर अपमान करती है.” बावनकुले ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी के सहयोगी दल के इस कृत्य पर चुप रहेंगे या कुछ बोलेंगे.
उन्होंने दावा किया कि राजनीतिक फायदे के लिए हिंदुत्व को छोड़ने वाले ठाकरे ने कांग्रेस के साथ मिलकर सावरकर के विचारों का अपमान किया है. बावनकुले ने कहा कि इसलिए ठाकरे की पार्टी को ‘टीपू सेना’ कहा जा रहा है. उन्होंने कहा, “सावरकर और उनकी विरासत का अपमान करने वाले कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को इतिहास कभी माफ नहीं करेगा.”
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FIRST PUBLISHED : December 10, 2024, 01:14 IST