‘क्यों अपने दुश्मन बनाएं…’ तुर्की के बायकॉट पर बॉलीवुड ने साधी चुप्पी, ‘गदर’ फेम अनिल शर्मा ने बताई वजह

नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान तनाव के वक्त दुश्मन का सपोर्ट करने की वजह से तुर्की को भारत के सिने जगत ने करारा जवाब दिया है. इसकी वजह से देश और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हुई हैं. ‘ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन'(AICWA) ने तुर्की में शूटिंग पर बैन लगाने का निर्णय किया है. अब तुर्की में कोई भी बॉलीवुड या भारतीय फिल्म प्रोजेक्ट की शूटिंग नहीं की जाएगी. ऐलान को तुरंत लागू किया जाएगा. किसी भी भारतीय निर्माता, प्रोडक्शन हाउस, निर्देशक या फाइनेंसर को तुर्की में कोई भी फिल्म, टेलीविजन या डिजिटल कंटेंट प्रोजेक्ट ले जाने की अनुमति नहीं होगी.
AICWA के निर्णय पर ‘गदर’ फेम डायरेक्टर अनिल शर्मा ने चुप्पी तोड़ी है, जो अपनी अगली फिल्म तुर्की में शूट करने का प्लान बना रहे थे. वे तुर्की के पाकिस्तान को सपोर्ट करने के फैसले से नाराज हैं. अनिल शर्मा ने साफ कहा कि वे भारत के दोस्त के दोस्त हैं और दुश्मन के दुश्मन, लेकिन उन आम लोगों के खिलाफ नहीं हैं जिनका आतंकवाद से कुछ लेना-देना नहीं है. वे अपनी अगली फिल्म की शूटिंग ‘तुर्की’ में नहीं करेंगे.
अनिल शर्मा ने न्यूज18 हिंदी से खास बातचीत में कहा, ‘तुर्की एक खूबसूरत देश है. पिछले दिनों वहां के कई शोज भी देखें. इसलिए लगाव भी था. मन था तुर्की में शूट करने का, लेकिन हालात ऐसे हो गए हैं कि अब डायरेक्टर के तौर पर कितना भी मन हो, लेकिन आप भारत में रहते हैं, तो भारत के मित्र के साथ मित्र हैं और जो भारत के साथ नहीं है, उसके आप मित्र नहीं हैं. फिल्म की स्क्रिप्ट पर काम चल रहा था, उसमें तुर्की में शूटिंग की बात थी, लेकिन अब नहीं करेंगे.’
बॉलीवुड की चुप्पी की बताई वजहतुर्की पर बैन के फैसले पर बॉलीवुड की चुप्पी पर अनिल शर्मा बोले, ‘हर आदमी का अपना मन है, हर आदमी अपने तरीके से काम करता है. बहुत लोगों के बिजनेस होते हैं या बहुत सारे पाकिस्तानी हैं, जो उनके फैन हैं. इस डर से कुछ लोग नहीं बोलते, उससे उनका बिजनेस ऊपर-नीचे होगा. फॉलोअर्स कम हो जाएंगे. बहुत लोग सोचते हैं कि थोड़े दिन बाद फिर दोस्ती हो जाती है, हम क्यों अपने दुश्मन बनाए?’
आतंकवादी मानसिकता का किया विरोधजब अनिल शर्मा से पूछा गया कि क्या उन्हें फॉलोअर्स खोने का डर है, तो वे बोले, ‘मेरे लिए भारत से ज्यादा जरूरी कुछ नहीं है. फिल्म अच्छी बनेगी, तो लोग देखने आएंगे. फॉलोअर्स की वजह से कोई देखने नहीं आता. मैं फॉलोअर्स रखने या बनाने के लिए भारत के खिलाफ नहीं जा सकता. जो भारत का मित्र वो मेरा मित्र. किसी को बुरा लगे, किसी को भला लगे, मुझे कोई लेना-देना नहीं है. मुझे किसी भी देश से, किसी भी आम आदमी से तकलीफ नहीं है. मुझे उस मानसिकता से विरोध है, जो आतंकवाद का साथ देती है. आतंकवाद का न कोई धर्म है, न मजहब है. किसी को बम से उड़ा कर बातों को खत्म न करें, बातचीत से उन मसलों का हल निकाले. यह ज्यादा बेहतर है.’