Rajasthan

किसानों को क्यों करवाना चाहिए मिट्टी की जांच? ये सही तरीका, दमदार होगी फसल की पैदावार

Last Updated:April 08, 2025, 12:51 IST

किसानों को रबी की फसल की कटाई के बाद खरीफ की बुवाई से पहले मिट्टी परीक्षण करवाना चाहिए. झुंझुनू में मुकेश कुमार ने बताया कि मिट्टी परीक्षण से पोषक तत्वों की जानकारी मिलती है.X
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किसानों को क्यों करवाना चाहिए अपनी मिट्टी का परीक्षण, जानें यहां

हाइलाइट्स

मिट्टी परीक्षण का समय अप्रैल से जून है.मिट्टी परीक्षण से पोषक तत्वों की कमी पता चलती है.सरकार ने राज किसान सुविधा एप शुरू किया है.

झुंझुनूं. इस समय किसानों के द्वारा रबी की फसल की कटाई की जा रही है. जिले भर में लगभग फसल की कटाई हो चुकी है. अब किसान खरीफ की फसल की बुवाई की तैयारी में जुटेंगे. उससे पहले किसानों के लिए एक बहुत ही बेहतरीन जानकारी लोकल 18 लेकर आया है. किसान भाइयों के द्वारा अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए उनके खेत की उर्वरक क्षमता बेहतर होना बहुत ही आवश्यक है. यह सब जानने के लिए किसान को अपने खेत की मिट्टी का परीक्षण करवाना बहुत ही जरूरी है. सरकार के द्वारा किसानों को अपनी मिट्टी का परीक्षण करवाने के लिए जिले में मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाओं का संचालन किया जा रहा है. जहां पर किसान अपनी मिट्टी का परीक्षण करवा सकते हैं.

झुंझुनू की मिट्टी जांच प्रयोगशाला में कृषि अनुसंधान अधिकारी के पद पर कार्यरत मुकेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान भाइयों के द्वारा मिट्टी परीक्षण करवाने के लिए यह समय बहुत ही उपयुक्त है क्योंकि इस समय खेत में न कोई फसल है न ही घास इत्यादि खड़ा है. किसान भाई अप्रैल, मई व जून माह में अपने खेत की मिट्टी का परीक्षण करा सकते हैं.

क्यों जरूरी है मिट्टी की जांचमिट्टी की जांच करवाने से होने वाले फायदे के बारे में जानकारी देते हुए मुकेश कुमार ने बताया कि किसानों को अपने खेत की मिट्टी की जांच करवानी चाहिए. मिट्टी की जांच करवाने से खेत की मिट्टी के स्वास्थ्य के बारे में पता लगाया जा सकता है. जिससे यह पता चल सके कि खेत में कितने पोषक तत्व हैं और कौन से पोषक तत्वों की कमी है, जिसे पूरा किया जा सके. मिट्टी परीक्षण से पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए उसमें कितना पोषक तत्व डालना है इसकी जानकारी किसान को मिल सकती है.

उन्होंने बताया कि किसान को मुख्यतः दो साल में एक बार अपनी मिट्टी का प्रशिक्षण आवश्यक करवाना चाहिए. इसके अलावा अगर वह चाहे तो साल में दो बार भी मिट्टी का परीक्षण करा सकते हैं. किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए सरकार ने राज किसान सुविधा एप एक पोर्टल शुरू कर रखा है जिससे किसान उस पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा कर घर बैठे भी अपनी मिट्टी की गुणवत्ता का परीक्षण करवा सकते हैं.

इस तरह ले मिट्टी का सैंपलमिट्टी का परीक्षण करवाने के लिए किसान को सैंपल लेने के लिए खेत में 10 से 12 जगह से मिट्टी का सैंपल लिया जाना चाहिए. सैंपल लेने के लिए 15 सेंटीमीटर गहराई तक मिट्टी के सैंपल लेने चाहिए. इसके लिए किसान को कम से कम आधा केजी मिट्टी का सैंपल लेकर लैब में पहुंचना होता है. किसान अगर अपने खेत में कोई विशेष फसल की पैदावार लेना चाहते हैं तब भी उन्हें अपनी मिट्टी का प्रशिक्षण आवश्यक कराया जाना चाहिए.

Location :

Jhunjhunu,Jhunjhunu,Rajasthan

First Published :

April 08, 2025, 12:51 IST

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