दान में कपड़े सुने थे, पर अब दवाएं भी! बीकानेर में शुरू हुई ऐसी पहल जिसने पूरे शहर को चौंका दिया

Last Updated:November 20, 2025, 23:28 IST
Bikaner News : नेशनल मेडिकल ऑर्गनाइजेशन बीकानेर इकाई ने समाज सेवा की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाते हुए ‘दवा दान – जीवन दान’ अभियान की शुरुआत की है. यह संगठन चिकित्सकों का एक संगठित मंच है, जो चिकित्सा सेवा और समाज हित के लिए निरंतर कार्यरत रहता है.
दवा दान पेटियां शहर के प्रमुख स्थानों पर रखी गई हैं
बीकानेर. समाज में कपड़ों के दान के लिए विशेष स्थान बनाए जाने की परंपरा आम है, ताकि घरों में पड़े अनुपयोगी कपड़े जरूरतमंदों तक पहुंच सकें. लेकिन बीकानेर में अब एक कदम आगे बढ़ते हुए दवाओं के दान की पहल भी शुरू की गई है. कई परिवारों में दवाएं समय पर उपयोग न होने के कारण बेकार चली जाती हैं, जबकि वही दवाएं किसी जरूरतमंद व्यक्ति के लिए जीवनदान साबित हो सकती हैं. यही सोच इस नई पहल का आधार बनी है और लोगों में इसे लेकर उत्साह भी देखा जा रहा है.
नेशनल मेडिकल ऑर्गनाइजेशन की बीकानेर इकाई ने समाज सेवा की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल की है. संगठन ने ‘दवा दान – जीवन दान’ अभियान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य घरों में रखी हुई सुरक्षित लेकिन अनुपयोगी दवाओं को ऐसे लोगों तक पहुंचाना है जिन्हें इलाज की आवश्यकता है. संगठन का मानना है कि दवाओं का सदुपयोग न केवल एक मानवीय कर्तव्य है बल्कि यह जरूरतमंदों के जीवन में उम्मीद की किरण जगा सकता है. चिकित्सा सेवा से जुड़े इस संगठन ने इस अभियान के माध्यम से समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास किया है.
अभियान के उद्देश्य और दवा दान के लिए बनाए गए स्थानएनएमओ बीकानेर के अध्यक्ष डॉ. बीके बिनावरा ने बताया कि शहर के प्रमुख स्थानों पर दवा दान पेटियां स्थापित की गई हैं. इनमें स्टेशन रोड सब्जी मंडी, लक्ष्मीनाथ जी मंदिर, जिला अस्पताल, सेटेलाइट हॉस्पिटल, गंगाशहर सेटेलाइट हॉस्पिटल और वरिष्ठ नागरिक भ्रमण पथ शामिल हैं. लोग इन पेटियों में अपनी अनुपयोगी लेकिन एक्सपायरी डेट से पहले की दवाएं सुरक्षित रूप से डाल सकते हैं. अभियान का उद्देश्य इन दवाओं को संग्रहित कर जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचाना है ताकि उपचार शिविरों और अन्य चिकित्सा सेवाओं में इनका उपयोग किया जा सके.
संगठन की अपील और सक्रिय टीमडॉ. बिनावरा ने सभी नागरिकों से इस अभियान में सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि यह कार्य मानवता की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान है और हर व्यक्ति इस महान प्रयास का हिस्सा बन सकता है. अभियान से जुड़ने या अधिक जानकारी के लिए संगठन के सचिव डॉ. पवन सारस्वत और सह सचिव डॉ. कौशल रंगा से संपर्क किया जा सकता है.
अभियान में डॉ. जितेंद्र फलोदिया, डॉ. मनोज माली, डॉ. सिद्धार्थ असवाल, डॉ. अभिषेक कौशिक सहित कई अन्य पदाधिकारी सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं. संगठन का मानना है कि यह पहल न केवल दवाओं की बर्बादी रोकेगी बल्कि गरीब और जरूरतमंद मरीजों को वास्तविक सहायता प्रदान करेगी और समाज में मानवीय मूल्यों को मजबूत करेगी.
Anand Pandey
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल… और पढ़ें
Location :
Bikaner,Rajasthan
First Published :
November 20, 2025, 23:28 IST
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दान में कपड़े सुने थे, पर अब दवाएं! बीकानेर में इस पहल ने पूरे शहर को चौंकाया



