With the blessings of Shri Radha Rani, he has left this business, 48 year old chicken shop closed, know the story of Machhi Bazaar: UP News

Last Updated:October 12, 2025, 00:22 IST
Influence of spirituality: देहरादून के मशहूर मच्छी बाजार में एक ऐसा फैसला हुआ जिसने पूरे शहर का ध्यान अपनी ओर खींच लिया. 48 साल से चल रही एक पुरानी चिकन शॉप को मां-बेटी की जोड़ी ने अचानक बंद कर दिया, वजह किसी सरकारी कार्रवाई या आर्थिक संकट की नहीं, बल्कि धार्मिक आस्था से जुड़ी निकली. मथुरा के एक संत के प्रवचन से प्रभावित होकर परिवार ने अपने पुश्तैनी व्यवसाय को हमेशा के लिए त्याग दिया है. 48 साल पुरानी चिकन शॉप पर माँ बेटी ने लगाया ताला, वजह जान चौक जाएंगे आप
देहरादून. उत्तराखंड में देहरादून के पलटन बाजार के बीचोबीच स्थित मच्छी बाजार पिछले कई दशकों से विवादों में रहा है. यहां मंदिर और गुरुद्वारा के बीचोंबीच मांस और मछली की दुकानें होने के कारण स्थानीय लोग और व्यापारी लंबे समय से इसे शिफ्ट करने की मांग कर रहे थे. इसी बाजार में 1977 से आनंद परिवार की चिकन शॉप चल रही थी. परिवार के दादा और पिता इस व्यवसाय के संस्थापक थे, जिन्होंने इसे होलसेल तक पहुंचाया. लेकिन अब उनकी वंशज- मां और बेटी की जोड़ी ने इस पर ताला जड़ दिया है. दुकान के बाहर लगाए गए बोर्ड पर लिखा गया है कि उन्होंने “श्री राधा रानी की कृपा से यह व्यवसाय छोड़ दिया है”.
भक्ति से मिली नई राह: मथुरा के संत के प्रवचन से प्रेरणा
दुकान मालिक प्रिया आनंद और उनकी मां राधा रानी की भक्त हैं. उन्होंने बताया कि वे हाल ही में मथुरा के एक प्रसिद्ध महाराज के प्रवचन में शामिल हुई थीं. संत के उपदेशों से प्रभावित होकर दोनों ने निर्णय लिया कि अब वे जीव हत्या से जुड़े किसी भी काम में हिस्सा नहीं लेंगी. प्रिया आनंद का कहना है कि “हमारा परिवार तीन पीढ़ियों से इस काम में था, लेकिन अब हमने मन बना लिया है कि जीवन में भक्ति और सेवा ही सबसे बड़ा धन है.” उनके इस निर्णय की चर्चा पूरे शहर में हो रही है. लोग इसे न केवल एक व्यक्तिगत परिवर्तन मान रहे हैं बल्कि समाज के लिए भी प्रेरणादायक कदम बता रहे हैं.
स्थानीय व्यापारी हुए खुश
मच्छी बाजार को पलटन बाजार से हटाने की मांग सालों से चल रही है. व्यापार मंडल के सदस्य संतोख सिंह ने बताया कि कई बार मुख्यमंत्री तक ज्ञापन भेजे गए, लेकिन दुकानदारों ने जगह छोड़ने से इनकार किया. ऐसे में आनंद परिवार का स्वेच्छा से दुकान बंद करना सराहनीय कदम माना जा रहा है. उन्होंने कहा कि “मच्छी बाजार के आसपास की दुर्गंध और गंदगी से आम लोगों को बहुत परेशानी होती है. यह दुकान बंद होना आसपास के निवासियों के लिए राहत की बात है.”
मच्छी बाजार की दुर्गंध और विवादों की पुरानी कहानी
देहरादून का यह मच्छी बाजार दशकों से पलटन बाजार के केंद्र में बना हुआ है. यहां से निकलने वाली दुर्गंध, फेंका गया कचरा और धार्मिक स्थलों की नजदीकी हमेशा विवाद का कारण रहे हैं. कई बार प्रशासन ने इसे शिफ्ट करने की कोशिश की, लेकिन कानूनी और व्यापारिक कारणों से सफलता नहीं मिल सकी. अब जब एक प्रमुख दुकान स्वेच्छा से बंद हुई है, तो व्यापारियों को उम्मीद है कि बाकी दुकानें भी धीरे-धीरे हटाई जा सकेंगी.
Location :
Dehradun,Uttarakhand
First Published :
October 12, 2025, 00:22 IST
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श्री राधा रानी की कृपा से मच्छी का व्यवसाय छोड़ दिया है, पुरानी चिकन शॉप बंद